जयपुर. गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई की पुलिस रिमांड अवधि पूरी होने पर गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्यायालय में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई को 16 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए हैं. इससे पहले जयपुर पुलिस दो बार लॉरेंस बिश्नोई को रिमांड पर ले चुकी है. रिमांड के दौरान पूछताछ में कई खुलासे भी हुए हैं. लॉरेंस गैंग, रंगदारी की सूची, शार्प शूटर्स के संबंध में कई जानकारियां पुलिस के हाथ लगी हैं.
राजधानी जयपुर में कारोबारियों से रंगदारी मांगने और जी क्लब पर फायरिंग करने के मामले में जयपुर पुलिस की रिमांड पर चल रहे गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई की रिमांड अवधि गुरुवार को समाप्त होने पर कोर्ट में पेशी हुई. पुलिस ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लॉरेंस बिश्नोई को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने मामले में लॉरेंस विश्नोई से अब तक की पूछताछ करने का हवाला देते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेजने की मांग की.
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वहीं बचाव पक्ष की ओर से कहा गया कि जयपुर पुलिस की ओर से प्रोडक्शन वारंट पर लिए जाने से पहले वह बठिंडा जेल में बंद था. इससे पहले भी लॉरेंस विभिन्न प्रकरणों में पुलिस और न्यायिक अभिरक्षा में रहा है. अभिरक्षा के दौरान ना तो किसी निजी व्यक्ति से लॉरेंस की मुलाकात हुई और ना ही फोन से किसी से संपर्क किया गया. बेवजह लॉरेंस विश्नोई को फंसाया जा रहा है. कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद लॉरेंस विश्नोई को 16 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए हैं.
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बता दें कि लॉरेंस विश्नोई को बठिंडा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने के बाद जयपुर पुलिस ने शहर के जवाहर सर्किल थाने में रखा था. जवाहर सर्किल थाने में लॉरेंस विश्नोई से लगातार पूछताछ की जा रही थी. थाने में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए. हथियारबंद पुलिस के जवानों के पहरे के बीच लॉरेंस को रखा गया. लॉरेंस विश्नोई का पुलिस दो बार न्यायालय रिमांड ले चुकी थी.