जयपुर.भगवान गणेश के जन्मोत्सव पर बुधवार से 1 सितंबर तक गणेश जन्मोत्सव का कार्यक्रम (Ganesh Janmotsav program) होगा. इस कार्यक्रम की शुरुआत मोती डूंगरी गणेश मंदिर में बुधवार को मोदकों की झांकी से होगी. वहीं 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी. इसके एक दिन पहले 30 अगस्त को सिंजारा महोत्सव का आयोजन होगा. जिसमें गणेशजी को 3100 किलो सिंजारे की मेहंदी धारण करवाई जाएगी. वहीं जन्मोत्सव के दूसरे दिन गणेश जी की शोभायात्रा निकाली जाएगी. इस दिन भगवान गणेश जयपुर शहर के भ्रमण पर निकलेंगे.
मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि गणेश जी का जन्मोत्सव 31 को मनाया जाएगा. इस उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम होंगे. 24 अगस्त को गणेश जी के मोदकों की झांकी के दर्शन होंगे. इस दिन बाहर का प्रसाद नहीं चढ़ेगा. झांकी में 251 किलो के 2 मुख्य मोदक होंगे. इसके अलावा 5 मोदक 51 किलो के, 21 मोदक 21 किलो के और 1100 मोदक सवा किलो के साथ अन्य मोदक शामिल होंगे. इस दिन गजानन महाराज को माणक पन्ना युक्त मुकुट धारण करवाया जाएगा.
351 महिलाएं कलश लेकर आएंगी: उन्होंने बताया कि महोत्सव के तहत 25 अगस्त को गुरु पुष्य नक्षत्र पर गजानन महाराज का पंचामृत अभिषेक होगा. इस दिन 351 महिलाएं कलश लेकर आएंगी. वहीं इस जल से भगवान का अभिषेक होगा. इसके अलावा 500 किलो दूध, 50 किलो बूरा, 100 किलो दही व 11 किलो घी व 11 किलो शहद से पंचामृत अभिषेक होगा. इस दिन ध्वज पूजन होगा. नवीन ध्वज धारण होंगे. मंदिर में महोत्सव के तहत 26 से 29 अगस्त तक सांस्कृतिक कार्यक्रम व भजन संध्या होगी. इसमें ध्रुवपद गायन, कत्थक नृत्य और सुगम संगीत का आयोजन होगा. वहीं 30 अगस्त को भगवान श्री गणेश के सिंजारे की मेहंदी धारण होगी. सभी भक्तजनों में मेहन्दी का प्रसाद वितरण किया जाएगा. भगवान गणेश जी इस पर्व पर स्वर्ण मुकुट धारण करेंगे. जो कि वर्ष में सिर्फ गणेश चतुर्थी को ही भगवान को धारण कराया जाता है. भगवान चांदी के सिंहासन पर विराजमान होंगे और विशेष पोशाक धारण करेंगे. इसी दिन भक्ति संध्या और रात्रि जागरण का आयोजन होगा. वहीं 3100 किलो मेहंदी प्रसाद वितरण भगवान गणेश जी के मेहन्दी धारण के बाद किया जाएगा.