जयपुर.जयपुर में जी-20 के वाणिज्य एवं निवेश मंत्री समूह की बैठक 21 से 25 अगस्त तक होगी. बैठकों की तैयारियों को लेकर केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर चर्चा की. इस दौरान सीएम गहलोत ने आश्वस्त किया कि जी-20 की सभी बैठकों के लिए सरकार का पूरा सहयोग रहेगा.
जी-20 शेरपा बैठक के आयोजन की विश्वभर में सराहना:मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 के वाणिज्य एवं निवेश मंत्री समूह की बैठक पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है. इससे देश-प्रदेश में व्यापक स्तर पर निवेश आने की संभावना है. उन्होंने कहा कि जयपुर में आयोजित होने वाली बैठक के लिए राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी. गहलोत ने अधिकारियों को जी-20 वाणिज्य एवं निवेश मंत्री समूह की बैठक के दौरान उत्कृष्ट प्रबंधन के निर्देश दिए.
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केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि उदयपुर में जी-20 की शेरपा बैठक के आयोजन की विश्वभर में सराहना हुई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी राजस्थान सरकार की इसके लिए प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि उदयपुर जी-20 शेरपा बैठक आयोजन के अध्ययन के लिए अन्य राज्यों से अधिकारियों के समूह लगातार राजस्थान आ रहे हैं ताकि राज्यों में होने वाली जी-20 की बैठकों का बेहतर आयोजन कर सके.
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ये देश होंगे शामिल: इस बैठक में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, रूस, मेक्सिको, सउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, यूरोपीयन यूनियन, स्पेन सहित कुल 21 सदस्य देश शामिल होंगे. मिस्त्र, नीदरलैंड्स, सिंगापुर, मॉरिशस, संयुक्त अरब अमीरात, आसियान, अफ्रीकन यूनियन सहित कुल 11 आमंत्रित देश एवं क्षेत्रीय समूह तथा विश्व बैंक, विश्व व्यापार संगठन, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, एशियाई विकास बैंक जैसे वाणिज्य एवं उद्योग क्षेत्र के कुल 9 प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों सहित कुल 41 प्रतिभागी शामिल होंगे.
मिरासी और भिश्ती समुदाय के विद्यार्थियों को मिलेगी छात्रवृत्तिः राज्य सरकार की ओर से मिरासी और भिश्ती समुदाय के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी . मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समुदाय के लिए ‘उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना’ के प्रारूप का अनुमोदन किया है. गहलोत के निर्णय से मिरासी और भिश्ती समुदाय के युवा शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़कर अपने सपनों को साकार कर सकेंगे. प्रारूप के अनुसार, योजना में 2.50 लाख रुपये तक की पारिवारिक वार्षिक आय वाले मिरासी (ढाढ़ी, मीर, मांगणियार, दमामी, नगारची, लंगा, राणा) एवं भिश्ती समुदाय के विद्यार्थी पात्र होंगे . इसमें कक्षा 11 से स्नात्कोत्तर तक के 2000 विद्यार्थियों को 5000 से 20000 रुपये तक प्रति शैक्षणिक सत्र छात्रवृत्ति दी जाएगी.