एपीटीसी के निदेशक प्रो. राम सिंह चौहान जयपुर.राजस्थान यूनिवर्सिटी में एक मई से आईएएस-आरएएस की निशुल्क कोचिंग शुरू होने जा रही है. खास बात यह है कि छात्रों की क्लास देश व प्रदेश के प्रशासनिक सेवा के अधिकारी लेंगे. इसे लेकर राज्य सरकार का एक स्वयंसेवी संस्था 'एक पहल' के साथ एमओयू हुआ है. जिसके तहत प्रदेश भर के सरकारी कॉलेजों और उच्च माध्यमिक स्कूलों के छात्रों को भी ऑनलाइन जोड़ा जाएगा. जबकि 1500 स्टूडेंट्स ने ऑफलाइन क्लास के लिए आवेदन किया है और इस संख्या के 2500 तक जाने की संभावना जताई जा रही है.
वहीं, बताया गया कि प्रदेश के नीरज के पवन, डॉ. जीएल शर्मा, टीना डाबी, मृदुल कच्छावा जैसे प्रशासनिक अधिकारी छात्रों को आईएएस-आरएएस की तैयारी कराएंगे और वो भी निशुल्क. राजस्थान यूनिवर्सिटी के एपीटीसी सेंटर में ये कक्षाएं संचालित होंगी. इससे न सिर्फ राजस्थान यूनिवर्सिटी, बल्कि पूरे राज्य से छात्र ऑनलाइन क्लास ले सकेंगे. इस संबंध में एपीटीसी सेंटर के निदेशक प्रो. राम सिंह चौहान ने बताया कि राजीव गांधी वेलफेयर सोसायटी और राज्य सरकार के बीच एक एमओयू हुआ है. जिसके तहत प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के छात्रों के साथ उच्च माध्यमिक स्कूलों और राज्य पोषित यूनिवर्सिटी के छात्रों को भी जोड़ा जाएगा.
इसे भी पढ़ें - अब IAS-RAS जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की मिलेगी निशुल्क कोचिंग, NSUI के स्थापना दिवस पर CM गहलोत करेंगे शुरुआत
वहीं, प्रो. राम सिंह ने बताया कि ऑफलाइन कोचिंग की भी व्यवस्था राजस्थान यूनिवर्सिटी के एपीटीसी सेंटर में की गई है. छात्रों को पढ़ाने के लिए फैकल्टी की व्यवस्था एक पहल संस्था की ओर से की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस सेंटर में सर्वर के जरिए अन्य छात्रों को जोड़ा जाएगा. इसके लिए सेंटर में स्मार्ट क्लास रूम भी तैयार किए जा रहे हैं. सेंटर के दो कमरों में स्टूडेंट्स की क्लास लगाई जाएंगी. साथ ही आवश्यकता पड़ने पर एपीटीसी सेंटर के अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जाएंगे.
इसके लिए कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने 21 लाख रुपए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार बाबूलाल नागर ने 5 लाख रुपए देने की घोषणा की है. इधर, राजीव गांधी वेलफेयर सोसायटी एक पहल संस्थान के ट्रस्टी देव अमित सिंह ने बताया कि ऐसे कॉलेज जहां पर छात्रों के ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था नहीं है, वहां डिजिटल पैनल लगाने का काम किया जा रहा है. प्रयास है कि एक मई से कक्षाएं शुरू कर दी जाएं. प्रदेश के करीब 100 प्रशासनिक अधिकारी छात्रों को आईएएस-आरएएस की क्लास लेंगे.
आपको बता दें कि राजस्थान विश्वविद्यालय में भारतीय प्रशासनिक सेवा भर्ती पूर्व प्रशिक्षण केंद्र 44 साल से संचालित है. जिसने कई आईएएस और आरएएस दिए हैं. यहां अब तक इन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 15000 से 25000 रुपए लिए जाते थे. हालांकि, अभी भी यहां आरजेएस की प्रिपरेशन क्लासेस चल रही है. छात्रों से इस बैच के 20000 रुपए लिए गए हैं और आगे भी एपीटीसी सेंटर को संचालित रखने के लिए ये शुल्क लिए जाते रहेंगे. इसी तरह नेट-सेट-जेआरएफ की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 15000 का शुल्क लिया जाएगा.