मंत्री महेश जोशी के नाम पर युवक से 50 लाख की ठगी. जयपुर.प्रदेश के पीएचईडी मंत्री महेश जोशी के नाम पर एक युवक से 50 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है. खुद को कथित रूप से मंत्री महेश जोशी का समधी बताकर आरोपी ने युवक के भाई को निगम में चेयरमैन बनवाने का झांसा देकर एक करोड़ रुपए मांगे. इस पर उसने उसे 50 लाख रुपए दिए, लेकिन न तो उसका भाई निगम में चेयरमैन बना और न ही आरोपी ने रुपए लौटाए. अब पीड़ित युवक ने जयपुर के झोटवाड़ा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. इस पर मंत्री महेश जोशी ने कहा कि उनका कोई समधी ऐसा नहीं है, जिसे यह युवक जानता हो. वह कुछ दिन पहले उनसे मिला था तो उन्होंने उसे मुकदमा दर्ज करवाने को कहा था. इस पूरे मामले की जांच हो और वह वाकई में पीड़ित है तो उसे न्याय मिलना चाहिए.
दरअसल, सीकर जिले के फतेहपुर निवासीविलायत हुसैन ने झोटवाड़ा थाने में कोर्ट इस्तगासे के जरिए मुकदमा दर्ज करवाया है. इसमें उसने आरोप लगाया है कि खुद को कैबिनेट मंत्री का समधी बताने वाले उत्तराखंड निवासी नितम शर्मा ने उसके बुआ के लड़के आबिद अली परिहार को निगम में चेयरमैन बनाने का झांसा देकर 50 लाख रुपए ठग लिए. झोटवाड़ा थानाधिकारी घनश्याम सिंह का कहना है कि कोर्ट इस्तगासे से परिवादी ने मुकदमा दर्ज करवाया है. अनुसंधान किया जा रहा है.
दो साल से जनता है नितम शर्मा को -पीड़ित युवक ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि उसके एक परिचित की दिल्ली रोड पर दरगाह है. उसने उसे साल 2019 में किसी काम को लेकर नितम शर्मा के पास भेजा था. इसके बाद वह उससे कई बार मिला और अच्छी जान पहचान हो गई. उसका कहना है कि नितम शर्मा खुद को कैबिनेट मंत्री महेश जोशी का समधी बताता है और उसने कई बार उसे महेश जोशी से मिलवाया था. ठगी से पहले वह करीब दो साल तक नितम शर्मा के संपर्क में रहा.
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बुआ का लड़का पार्षद, उसे बनवाना था चेयरमैन -परिवादी युवक ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया है कि उसकी बुआ का लड़का आबिद अली परिहार फतेहपुर में पार्षद है. उसे किसी बोर्ड या निगम में चेयरमैन बनवाने के लिए उसने नितम शर्मा को कहा था. इस पर नितम शर्मा ने उसे बनीपार्क स्थित होटल उम्मेद पैलेस में बुलाया था. वह अपनी बुआ के लड़के आबिद और अन्य लोगों के साथ होटल में नितम शर्मा से मिला था.जहां से वे सब महेश जोशी के घर गए. जहां आबिद का बायोडाटा मंत्री महेश जोशी को दिया गया.
एक करोड़ रुपए की डिमांड, 50 लाख एडवांस - पीड़ित युवक का आरोप है कि नितम शर्मा ने इस काम के लिए उससे एक करोड़ रुपए मांगे. उसने 50 लाख रुपए एडवांस मांगे और बाकी काम होने के बाद देने को कहा. इसके बाद नितम शर्मा ने उसे 50 लाख रुपए लेकर देहरादून बुलाया. जहां उसने 35 लाख रुपए उसे दिए. बाकी 15 लाख रुपए उसने मई-जून 2022 में नितम शर्मा को अपने घर पर दिए. इसके बाद वह लगातार उसे झांसा देता रहा लेकिन आबिद को किसी भी बोर्ड निगम में चेयरमैन नहीं बनाया गया.
पिछले दिनों पीसीसी ऑफिस पहुंचा था युवक - जिस युवक ने मंत्री के नाम पर 50 लाख रुपए की ठगी का आरोप लगाया है. वह पिछले दिनों पीसीसी ऑफिस भी पहुंचा था. उसका कहना है कि उसने मंत्री महेश जोशी से नितम शर्मा द्वारा उसके साथ ठगी की शिकायत की तो महेश जोशी ने कहा कि वह नितम को नहीं जानते हैं. नितम शर्मा से बात करो या पुलिस में मुकदमा दर्ज करवा दो.
मैंने खुद कमिश्नर को पत्र लिखा, जांच होनी चाहिए -एक व्यक्ति मेरे से आकर मिला था कहा कि उस आदमी ने जो खुद को आपका समधी बताता है. उसने रुपए ले लिए. मैंने उस समय भी कहा था कि मेरा तो ऐसा कोई समधी नहीं है. मैंने उस समय भी उसे कहा था कि एक रुपया भी किसी ने लिया है तो मुकदमा दर्ज करवा दो, तब भी वह मुकदमा दर्ज करवाने के बजाए पीसीसी जाकर बैठ गया. मैंने तो खुद पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा था. इस मामले की जांच होनी चाहिए और यदि यह युवक वाकई में पीड़ित है तो इसे भी न्याय मिले. रेलवे स्टेशन के पास घर पर मिलने के आरोप पर महेश जोशी ने कहा कि उन्हें याद नहीं कि यह व्यक्ति उनसे मिला था. उनका तर्क है कि वे रोज कई लोगों से मिलते हैं. उनमें से किस-किसका याद रखे. लेकिन उनका कोई समधी ऐसा नहीं है, जिसे परिवादी युवक जानता हो.