जयपुर. बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर डॉ. फिरोज खान के विरोध को लेकर पूर्व उर्दू अकादमी अध्यक्ष अशरफ अली खिलजी से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि मजहब के नाम पर जो फिरोज का विरोध किया जा रहा है, वह गलत है.
खिलजी ने कहा कि हम हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोगों के साथ उठते और बैठतें हैं, यहां पर सभी धर्म के लोगों को बोलने और काम करने की आजादी है. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी भाषा के आधार पर विरोध कर रहा है तो गलत है, शिक्षा के मामले में तो ऐसा होना ही नहीं चाहिए.