बीजू जॉर्ज जोसफ शिप्रा पथ थाने पहुंचे और लोगों की समस्याएं सुनीं जयपुर. राजस्थान में सत्ता बदलने के साथ ही नए साल में पुलिस ने एक अनूठा नवाचार किया है. जिसके तहत जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ गुरुवार को शहर के शिप्रा पथ थाने पहुंचे. उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं और उनका तुरंत निस्तारण करवाने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए. इस मौके पर कई परिवादी पुलिस की कार्यशैली की शिकायत लेकर भी कमिश्नर के पास पहुंचे.
जनसुनवाई में सोडाला, मानसरोवर और चाकसू सर्किल से आए परिवादियों ने अपनी पीड़ा और शिकायत जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ को बताई. उन्होंने अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर कैलाशचंद विश्नोई, डीसीपी (दक्षिण) योगेश गोयल और मानसरोवर एसीपी अभिषेक शिवहरे से मामलों की प्रगति की जानकारी ली और आए परिवादों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
पुलिस के खिलाफ भी आई शिकायतें :कमिश्नर की जनसुनवाई में पुलिस की ओर से देरी से रेस्पॉन्स देने, मुकदमे दर्ज करने में देरी करने के साथ ही पुलिस की कार्यशैली की शिकायत लेकर भी कई लोग पहुंचे. मानसरोवर थाने के पूर्व थानाधिकारी और एक एएसआई के खिलाफ महिला ने वर्दी का रौब दिखाकर जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया, जबकि सोडाला थाने के पूर्व प्रभारी के खिलाफ अपहरण के एक केस में आरोपियों की मदद करने की शिकायत लेकर एक शख्स कमिश्नर के पास पहुंचा.
बड़ी संख्या में परिवादी अपनी समस्या लेकर पहुंचे इसे भी पढ़ें-Jaipur Police Action: रामनगरिया के बाद अब भट्टा बस्ती थाना अधिकारी सस्पेंड, जानें पूरा मामला
साइबर फ्रॉड, कब्जे और धोखाधड़ी की शिकायतें :कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान क्षेत्र में साइबर फ्रॉड, धोखाधड़ी, अतिक्रमण, मादक पदार्थों के सेवन, जमीन पर अवैध कब्जा, जमीन के डबल पट्टे, धमकी, मुकदमे, अवैध शराब बिक्री, क्षेत्र के हॉस्टल्स में रहने वाले छात्रों की ओर से असामाजिक कार्यों की शिकायत मिली है. उन्होंने हॉस्टल्स में रहने वालों का वेरिफिकेशन करवाने, क्षेत्र में गश्त बढ़ाने, परिवादियों की समस्याओं का तुरंत रिस्पॉन्स देने और निस्तारण करने के निर्देश दिए.
आगे भी जारी रहेगा जनसुनवाई का क्रम :बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा कि कमिश्नरेट में बड़ी संख्या में लोग विभिन्न इलाकों से आकर परिवाद देते हैं. उसका जब फॉलोअप करते हैं तो अलग-अलग जगहों पर फोन करके जानकारी लेनी पड़ती है. इसके बावजूद यह साफ नहीं हो पाता है कि जो फीडबैक आया है वह सही है या नहीं, इसलिए हमने सोचा की धरातल पर जाकर लोगों की समस्याओं को सुना जाए, ताकि वस्तुस्थिति स्पष्ट हो सके. सप्ताह में एक दिन हर जिले के चुनिंदा सर्किल के लोगों की जनसुनवाई की जाएगी. यह क्रम हम लगातार जारी रखेंगे.