जयपुर. कम्प्यूटर और तकनीक के इस युग में बच्चे जहां मोबाइल, वीडियो गेम्स और कम्प्यूटर पर अपना समय बिताना पसंद करते है, वहीं गुलाबी शहर जयपुर के विहान ने 5 साल की उम्र में अपनी क्रिएटीविटी से आश्चर्य चकित कर दिया है.
जेकेके में प्रदर्शित विहान की मंडाला आर्ट की कलाकृतियां विहान मंडाला आर्ट की 31 कलाकृतियों को बनाकर वाह-वाही बटोरते नजर आ रहे है. जवाहर कला केन्द्र की पारिजात आर्ट गैलरी में विहान की मंडाला आर्ट एग्जीबिशन आयोजित की गई है. एग्जीबिशन में विहान की बनाई गई मंडाला आर्ट की लगभग सभी कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है. जिसमें उन्होंने मंडाला में ओम मंडाला, फ्लावर, रेनबो, क्लॉक सहित मंडाला आर्ट की कई खूबसूरत कलाकृतियां शामिल की है. इसमें विहान ने सर्किल गोलाकार, चौकोर, त्रिकोण, एल्फाबेस्ट्स को भरकर इस आर्ट को नया रुप दिया है. विहान ने अपनी मां से इंस्पायर होकर मंडाला आर्ट बनाना सीखा है.विहान की मां रीतिका ने एक वर्कशॉप में मंडाला आर्ट सीखी अपनी मां को मंडाला बनाते देख विहान को भी रुचि बढी और उन्होंने धीरे-धीरे करीब 31 कलाकृतियां तैयार की. विहान की मां रीतिका ने बताया कि यह आर्ट बेहद उपयोगी है. इससे टेंशन को दूर भगाने, क्रिएटिव होने, सोच को रचनात्मक बनाने जैसे कई फायदे है. विहान अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपनी मां को देते है.