रेनवाल (जयपुर).राजधानी के रेनवाल नगरपालिका क्षेत्र के किसानों को केंद्र सरकार की किसानों के लिए शुरू की गई योजना प्रधानमंत्री किसान निधि योजना का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है. सैंकडों किसानों को अभी एक भी किश्त नहीं मिली है. जबकि पंचायतों के किसानों को 2-2 हजार की तीन किश्तें मिल चुकी हैं.
रेनवाल के किसानों को नहीं मिला प्रधानमंत्री किसान निधि योजना का लाभ 1 दिसंबर 2018 को केंद्र सरकार ने देश के किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान निधि योजना शुरू की गई थी. उक्त योजना में सभी किसानों को चार-चार माह के अंतराल पर खेती में बीज-खाद के लिए 2-2 हजार प्रोत्साहन राशि किश्त के रूप में देनी होती है.
किसान अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं, किश्त की रकम भी सीधे किसान के खाते में आती है. लेकिन, रेनवाल शहर के किसानों को एक भी किश्त की राशि अब तक नहीं मिली है. जबकि ग्रामीण क्षेत्र में किसानों को तीन किश्त तक मिल चुकी है. किसान किश्त की जानकारी के लिए तहसील और ई-मित्र के बार-बार चक्कर लगा रहे हैं.
पढ़ें- स्पेशल: जहां अपराधियों पर लगा लगाम, वहीं महिला अत्याचार का बढ़ा ग्राफ
बता दें कि किसान निधि योजना के तहत रेनवाल शहर के 945 किसानों ने आवेदन किया था. पटवारी, तहसीलदार से वेरीफाई के बाद 937 आवेदन जिला कलेक्टर के पास भेजे गए, जो वेरीफाई होकर सहकारी विभाग में भेज दिए गए.
लेकिन, पोर्टल पर अपलोड़ नहीं होने से किसी भी किसान को अब तक राशि प्राप्त नहीं हुई है. इस संबंध में तहसीलदार सुमन चौधरी ने कहा कि हम मालुम कर रहे हैं कि किस कारण से अब तक इन किसानों को प्रधानमंत्री किसान निधि की राशि नहीं मिली है. यह एक जांच का विषय हमारी एजेंसी से जांच करवाई जाएगी. उच्च अधिकारियों को अवगत करवाकर जो भी कार्रवाई होगी वह शीघ्र की जाएगी.
पढ़ेंः Special: 74 साल की हुई Rajasthan University, लेकिन धीरे-धीरे खोती जा रही है अपनी साख
वहीं बुधवार को किसान नेता बनवारी कुड़ी के नेतृत्व में रेनवाल हल्का पटवारी क्षेत्र के किसानों ने प्रधानमंत्री किसान निधि की रकम नहीं मिलने पर रेनवाल तहसील पर प्रदर्शन किया और तहसीलदार सुमन चौधरी को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र समस्या के समाधान की मांग की.
किसान नेता बनवारी कुड़ी का कहना था कि रेनवाल क्षेत्र के किसानों के खातों में किस्त का एक भी पैसा नहीं आया है. जबकि, अन्य क्षेत्र के किसानों के खातों में तीन तीन किस्त आ चुकी हैं. उन्होंने कहा कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जल्द ही आंदोलन किया जाएगा.
किसान भागीरथ और भूराराम का कहना था कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाये हुए करीब एक साल का समय हाो गया है, अब तक एक भी किस्त नहीं आई है. सरकार को कार्रवाई कराकर पैसा जमा कराए.