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ईटीवी भारत ने बस्सी में लिया बांध से रिसाव का जायजा, प्रशासन की अनदेखी और लेटलतीफी आई सामने

प्रदेश में बीते 24 घंटे में जारी भारी बरसात के दौर के बीच जयपुर जिले की बस्सी तहसील के कई इलाकों में जलभराव के हालात पैदा हो गए. ईटीवी भारत की टीम ने मौके का जायजा लिया तो कई इलाकों में प्रशासन की लेटलतीफी और अनदेखी की बात सामने आई.

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Published : Jul 27, 2019, 5:18 PM IST

जयपुर.शुक्रवार से जयपुर जिले में तेज बारिश का दौर जारी है. इस बीच बस्सी तहसील के फालियावास गांव में ईटीवी भारत की टीम पहुंची. जहां रतन गंगा नाम की बरसाती नदी पर बना बांध बारिश के बाद ढह गया. इस बांध में कई जगह रिसाव होने के बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर बचाव कार्य शुरू किया. ग्रामीणों का आरोप है कि शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे बाद बांध में रिसाव शुरू हो गया. लेकिन खबर देने के बावजूद भी प्रशासन मौके पर मौके पर नहीं पहुंचा.

जिसके चलते बांध का पानी तेज बहाव के साथ बाहर निकलने लगा और आस-पास के इलाकों में फसल को बर्बाद कर दिया. ईटीवी भारत की टीम जब मौके पर पहुंची तो बांध के दूसरे छोर पर रिसाव रोकने के लिए ग्रामीणों की मदद से स्थानीय प्रशासन के अधिकारी नजर आए. इनका आरोप था कि संसाधनों की कमी के कारण बांध का रिसाव और बढ़ गया. जिस पर पानी बहने लगा और खेतों तक पहुंच गया. सरपंच पति बलवीर सिंह से जब हमने बात की उनका कहना था एसडीएम को वक्त पर सूचना दी गई थी, लेकिन लगभग 12 घंटे बाद वह मौके पर पहुंचे वहीं स्थानीय लोग भी प्रशासन के रुख से नाराज दिखे.

ईटीवी भारत ने बस्सी में लिया बांध से रिसाव का जायजा

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फालियावास बांध के रिसाव को रोकने के लिए जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए स्थानीय विकास अधिकारी भी मौके पर मिली, जब हमने उनसे बात की तो संसाधनों की कमी के आरोप को उन्होंने नकार दिया. वहीं प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा उन्होंने यहां दिलाने की कोशिश की.

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फालियावास बांध के रिसाव और इलाके में जलप्लावन के हालात को देखते हुए यह साफ है कि प्रशासन ने वक्त पर अपनी जिम्मेदारी को पूरा नहीं किया. ना ही बरसात से पहले बांधों की मरम्मत के काम को पूरा किया गया. वरना बड़े स्तर पर पानी की बर्बादी को भी रोका जा सकता था वहीं ग्रामीणों क्यों नुकसान से बचाया जा सकता था.

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