राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

नौकरी लगवाने के लिए लेते थे 10 लाख, दो साल में 50 अभ्यर्थियों की जगह बिठाए फर्जी अभ्यर्थी...तीन गिरफ्तार

एसएससी की एमटीएस भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट्स बिठाकर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है.

Dummy Candidate Gang in MTS Exam
MTS परीक्षा में डमी कैंडिडेट, तीन गिरफ्तार

By

Published : Jun 14, 2023, 10:58 PM IST

जयपुर. एसएससी की एमटीएस भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर डमी कैंडिडेट्स बिठाकर फर्जीवाड़ा करने के आरोप में पुलिस ने बुधवार को तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. इनमें डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने वाले युवक के साथ ही जिस युवक की जगह डमी कैंडिडेट को बिठाया गया है और सहयोग करने वाला युवक भी शामिल है.

इस गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों की तलाश में पुलिस जुटी है. प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि इस गिरोह के सरगना युवाओं से दस लाख रुपए लेकर नौकरी लगवाने का दावा करते हैं. वास्तविक अभ्यर्थी की जगह किसी अन्य युवक से परीक्षा दिलवाते है. इसके एवज में उसे 20 हजार रुपए एडवांस और युवक का सलेक्शन होने पर दो लाख रुपए मिलते हैं. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि इस गिरोह से जुड़े बदमाश दो साल में 50 अभ्यर्थियों की जगह डमी कैंडिडेट्स से परीक्षा दिलवा चुके हैं.

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थियों को फर्जी प्रवेश पत्र और परिचय पत्र के साथ बिठाने वाले युवकों के बारे में मुखबिर से जानकारी मिली थी. इस पर पुलिस आयुक्तालय कि सीएसटी और कानोता थाना पुलिस ने कानोता इलाके की आनंद इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एसएससी द्वारा आयोजित एमटीएस भर्ती परीक्षा के दौरान कार्रवाई की गई. पुलिस ने इस कार्रवाई में उत्तराखंड के बनवासा हाल उत्तर प्रदेश के गोमती नगर निवासी हर्ष कुमार जोशी, करौली जिले के सपोटरा निवासी हंसराज उर्फ जम्मू मीणा और दौसा के रामगढ़ पंचवारा निवासी हेमराज मीणा को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से प्रतियोगिता परीक्षा में प्रयोग में लेने वाले फर्जी दस्तावेजों के साथ ही मोबाइल भी जब्त किए गए हैं. पुलिस ने कानोता थाने में मुकदमा दर्ज किया है.

पढ़ें :Dummy Candidate Arrested in Bharatpur: आशिक की जगह कानपुर से परीक्षा देने आया ऋषभ, पुलिस ने दबोचा

हेमराज की जगह हर्ष पहुंचा परीक्षा देनेः हर्ष जोशी से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि वह हेमराज मीणा की जगह एमटीएस भर्ती की परीक्षा देने सेंटर पर पहुंचा. उसके मोबाइल में हेमराज मीणा के नाम का प्रवेश पत्र मिला. इसमें परीक्षा का नाम, रोल नंबर और परीक्षा केंद्र का नाम व पता अंकित था, लेकिन प्रवेश पत्र पर जो फोटो लगा था, वह हर्ष के चेहरे से नहीं मिल रहा था.

20 हजार एडवांस, पास होने पर मिलते दो लाखः हर्ष कुमार ने पुलिस को बताया है कि वह करौली जिले के सपोटरा निवासी नटवर मीणा और करौली के खिरखड़ी निवासी कृष्ण मोहन मीणा के कहने पर दूसरे अभ्यर्थियों की जगह डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देता है. इसके बदले उसे 20 हजार रुपए एडवांस और पास होने पर दो लाख रुपए मिलते हैं. जिन युवकों की जगह परीक्षा में बैठना होता है. उनके नाम और पाते हंसराज मीणा मुहैया करवाता है. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसने पहले भी विकास मीणा नाम के एक अभ्यर्थी की जगह आनंद कॉलेज में एमटीएस भर्ती की परीक्षा दी थी. जिसका प्रवेश पत्र उसे करौली के रौसी गांव निवासी मनराज मीणा ने मुहैया करवाया था. प्रवेश पत्र और परिचय पत्र में फोटो एडिटिंग करौली जिले के जीरिता निवासी नटवर मीणा की ओर से करने की बात सामने आई है.

हर्ष के साथ परीक्षा केंद्र तक जाता है हंसराजः हंसराज मीणा ने पुलिस को बताया है कि जिस परीक्षार्थी कि जगह डमी कैंडिडेट बिठाना है. उसका प्रवेश पत्र उसे नटवर मीणा और कृष्ण मोहन मीणा वाट्सएप पर भेजते हैं. वह उसका प्रिंट निकालकर हर्ष को देता है और उसके साथ परीक्षा केंद्र तक जाता है. परीक्षा पूरी होने तक वह परीक्षा केंद्र के आसपास ही रहता है.

नटवर और कृष्ण मोहन लेते हैं 10 लाखः हेमराज मीणा ने पुलिस को बताया कि आज उसकी एसएससी-एमटीएस की परीक्षा थी. उसकी जगह हर्ष ने सुबह 9 से 10:30 बजे तक की शिफ्ट में उसकी जगह परीक्षा दी है. उसने बताया कि नटवर मीणा और कृष्ण मोहन मीणा एमटीएस में नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपए लेते हैं. उसे नौकरी लगवाने के लिए भी 10 लाख रुपए में फाइनल सलेक्शन की बात हुई थी. नटवर और कृष्ण मोहन ने ही उससे प्रवेश पत्र लिया और हर्ष से उसका परिचय करवाया.

आगामी परीक्षाओं के भी दस्तावेजःइन आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि मुख्य सरगना नटवर मीणा और कृष्ण मोहन मीणा के जरिए दो साल में 50 अभ्यर्थियों की जगह डमी कैंडिडेट्स परीक्षा दे चुके हैं. उनके पास आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के भी फर्जी दस्तावेज उपलब्ध हैं. इन आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है और कई अन्य वारदातों का भी पूछताछ में खुलासा होने की संभावना है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details