क्या कहा मंत्री खाचरियावास ने... जयपुर. राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में पिछले 12 दिनों से प्रदेश के चिकित्सकों की हड़ताल जारी है. सरकार और डॉक्टरों के बीच में गतिरोध खत्म नहीं हो रहा है. डॉक्टर जहां RTH बिल को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं तो वहीं सरकार ने भी साफ कर दिया है कि अब इस बिल को वापस नहीं लेगी. वहीं, बुधवार को गहलोत सरकार के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिवालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि डॉक्टरों की हड़ताल से आमजन परेशान होने लगा है. सरकार नहीं चाहती कि चिकित्सकों के साथ कोई टकराव हो. हम चिकित्सकों से हर स्तर पर वार्ता के लिए तैयार हैं. सरकार भी चाहती है कि गतिरोध खत्म हो.
डॉक्टर हमारे परिवार का हिस्सा : प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि RTH बिल को चिकित्सकों के बगैर लागू नहीं किया जा सकता. डॉक्टर्स हमारे परिवार की तरह हैं और सरकार की ताकत हैं. सरकार ने आम जनता को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए यह स्वास्थ्य का अधिकार बिल लेकर आई है. लेकिन चिकित्सा के क्षेत्र में हमारी जो भी योजनाएं हैं, उन्हें लागू करने में डॉक्टरों की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है. जब तक डॉक्टर का सहयोग नहीं होगा, तब तक कोई भी योजना लागू नहीं होगी. डॉक्टर अपनी किसी नाराजगी को लेकर हड़ताल पर है. सरकार जल्द ही उनसे बातचीत करके इस हड़ताल को खत्म कराएगी.
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बीजेपी इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रही है : डॉक्टर की हड़ताल को लेकर बीजेपी की ओर से की जा रही बयानबाजी पर भी प्रताप सिंह खाचरियावास ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के संवेदनशील मुद्दे पर भी अगर बीजेपी राजनीति कर रही है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा. आम जनता को स्वास्थ्य का अधिकार देने के लिए सरकार बिल लेकर आई और इस बिल को विपक्ष ने भी सदन में हाथ खड़े करके सहमति दी है. अब वह बयानबाजी कर रहे हैं, ये उनका नैतिक धर्म नहीं है. बीजेपी को इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
वसुंधरा ने साधा निशाना : आरटीएच बिल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. Twitter के जरिए राजे ने कहा कि गहलोत सरकार जनता के प्रति अपना दायित्व भूल गई है. वहीं, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यहां लोगों की जान पर बनी है और सरकार संवादहीनता पर उतारू है.
जयपुर शहर जयपुर ही रहेगा : नए जिलों की घोषणा के बाद जयपुर के दो हिस्से में बांटे जाने को लेकर चल रही सियासी बयानबाजी के बीच खाचरियावास ने कहा कि जयपुर शहर एक ही रहेगा. इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. उत्तर-दक्षिण जिलों को लेकर कुछ सुझाव आए थे, उन सुझावों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट में घोषणा की. जयपुर एक ही रहेगा, बस कार्यक्षेत्र के हिसाब से अलग-अलग हिस्सों में बांट दिया जाता है. खाचरियावास ने कहा कि दिल्ली में जिस तरह से 13 जिले हैं, वैसे ही जयपुर में 2 जिले होंगे. सबका प्रशासनिक काम अलग-अलग होगा, लेकिन जयपुर एक ही रहेगा.