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Diwali 2023 : आगजनी की घटना पर काबू पाने के लिए मुस्तैद फायर टीम, यह सिस्टम भी किया जाएगा इस्तेमाल - Rajasthan Hindi news

Deepawali 2023, दिवाली के दिन आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए जयपुर हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम के फायर फाइटर्स तैयार हैं. जगह-जगह पर फायर टीम को तैनात किया गया है. इसके साथ ही फायर स्टेशन पर इक्विपमेंट सुनिश्चित किए गए हैं. पढ़िए ये रिपोर्ट...

Fire stations in Jaipur
Fire stations in Jaipur

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 12, 2023, 11:38 AM IST

मुस्तैद फायर टीम....

जयपुर. राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश में दीपावली की धूम है. इस महापर्व की खुशियां, किसी अप्रिय घटना से गमगीन न हो, इसको लेकर दोनों नगर निगम की फायर शाखा तैयार है. आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए शहर के 13 फायर स्टेशन पर 67 छोटे-बड़े फायर दमकल मौजूद हैं. बड़ी इमारत के लिए ग्रेटर निगम की फायर शाखा के पास 72 मीटर और हेरिटेज निगम की फायर शाखा के पास 42 मीटर एएचएलपी (एयर हाइड्रोलिक लैडर प्लेटफार्म) मौजूद हैं. इस बार परकोटा की आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए निगम प्रशासन हाइड्रेंट फायर सिस्टम को भी इस्तेमाल करने के लिए तैयार है.

फायर स्टेशन पर इक्विपमेंट सुनिश्चित किए गए :राजधानी के लोग हर्षोल्लास के साथ दीपावली पर्व को सेलिब्रेट कर सकें, इसके लिए फायर टीम सभी 12 फायर स्टेशन और कुछ चिन्हित पुलिस थानों पर तैनात की गई है. ग्रेटर नगर निगम के सीएफओ जलज घसिया ने बताया कि दीपावली पर हर साल 100 से ज्यादा छोटी-बड़ी आगजनी की घटनाएं होती हैं. इनमें से 40 से 50 फायर कॉल मेजर होते हैं, जिनमें तीन से ज्यादा फायर वाहनों का इस्तेमाल होता है. वर्तमान में जो फायर वाहन और फायरमैन हैं, वो पूरी तरह मुस्तैद हैं. इसके अलावा सभी फायर स्टेशन पर फॉर्म, रस्से, गमबूट, हेलमेट और दूसरे इक्विपमेंट सुनिश्चित किए गए हैं.

मुस्तैद फायर टीम...

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ग्रेटर निगम में 8 फायर स्टेशन : तंग गलियों के लिए मोटर बाइक व्हीकल हैं, जिसमें लगने वाले सिलेंडर तैयार कर लिए गए हैं. इसके अलावा फायर रिले सिस्टम से भी तंग गलियों में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाया जाएगा. उन्होंने पब्लिक से अपील करते हुए कहा कि पटाखे छोड़ते वक्त छोटे बच्चों के साथ बड़े हमेशा मौजूद रहें. इस दौरान पानी और मिट्टी की बाल्टी भी अपने साथ रखें, जिससे आगजनिक की घटना होने पर प्राथमिक तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में 8 फायर स्टेशन हैं, जिनमें वीकेआई, झोटवाड़ा, बिंदायका, मानसरोवर, 22 गोदाम, मालवीय नगर, सीतापुरा, जगतपुरा शामिल हैं.

जयपुर शहर में व्यवस्था

जरूरत पड़ने पर हाइड्रेंट सिस्टम का उपयोग : हेरिटेज निगम सीएफओ देवेंद्र मीणा ने बताया कि इंडियन फायर सर्विस कल्चर में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण पानी है, जो हीट को कम करने का काम करता है. हालांकि, तंग गलियों में आग बुझाने के लिए फायर बाइक ना काफी साबित होती है, इसलिए फायर रिले सिस्टम सबसे कारगर उपाय मानते हैं. वहीं, परकोटा क्षेत्र में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए तैयार कराए गए हाइड्रेंट सिस्टम को भी जांचा जा चुका है.

इसमें करीब 2 लाख लीटर पानी लाइन के लिए चाहिए और 3 लाख लीटर का टैंक है. इसके हैंडोवर की प्रक्रिया चल रही है. आवश्यकता पड़ने पर दीपावली पर इसे इस्तेमाल भी किया जाएगा. हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में 4 फायर स्टेशन हैं, जिनमें आमेर, चौगान, बनीपार्क और घाटगेट शामिल हैं. बहरहाल, राजधानी की फायर टीम आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए तैनात रहेगी. साथ ही अभय कमांड सेंटर से इन घटनाओं पर निगरानी भी रखी जाएगी.

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