जोधपुर. खुशियों का महापर्व पांच दिवसीय दिवाली शुरू हो चुकी है. इस बीच बाजार में पटाखे 25 से 30 फीसदी बढ़े दामों में बिक रहे हैं, लेकिन जोधपुर में रोशनी और आवाज करने वाले पटाखों से ज्यादा मीठे पटाखे की मांग है. इसे स्वीट्स क्रैकर के नाम से जाना जाता है. देखने में तो ये हूबहू पटाखों की तरह ही लगते हैं, बस इन्हें जलाया नहीं जा सकता है, क्योंकि स्वीट्स क्रैकर पटाखें नहीं बल्कि मिठाई हैं. ऐसी मिठाई जो बहुत महंगी हैं, बावजूद इसके शहर में इसकी डिमांड बनी हुई है.
1600 से 1800 रुपए किलो बिक रही मिठाई : शहर में केवल एक स्वीट्स फर्म ही सात साल से यह क्रैकर स्वीट्स बना रही है. हालांकि यह क्रैकर स्वीट्स आम मिठाइयों से खासी महंगी है, क्योंकि पटाखों का आकार देने में सिर्फ काजू, पिस्ता व बादाम का उपयोग किया गया है. अभी ये 1600 से 1800 रुपए किलो बिक रही हैं. इस मिठाई की ऐसी डिमांड बढ़ी है कि हर दिन क्रैकर स्वीट्स शॉर्ट पड़ रही है. ग्राहकों को लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है. इनमें चाहे अनार हो या चॉकलेट बम, चकरी या फिर दिया बाती ये सभी मिठाई के रूप में बनाए गए हैं. यह हुबहू शिवाकाशी में बनने वाले पटाखों की कॉपी है. बस इनको चलाने के बजाय खाया जाता है. इनके ऊपर पटाखों की तरह ही लेबल भी खाद्य पदार्थों का बनाया गया है.