जयपुर.जिले में लगातार रिकॉर्ड तोड़ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसके बावजूद भी जयपुर शहर में लॉकडाउन लगाने का जिला प्रशासन का फिलहाल कोई इरादा नहीं है. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने कहा कि पूरे जयपुर जिले में लॉकडाउन लगाने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है. पॉजिटिव मरीज आने के बाद जो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं उसमें वैसे ही लॉकडाउन घोषित होता है.
जयपुर में फिलहाल नहीं लगेगा लॉकडाउन लगातार पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद जयपुर शहर में अफवाह का दौर शुरू हो गया था कि यहां भी लॉकडाउन जल्द ही लगेगा, लेकिन इन सब अफवाहों पर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने विराम लगा दिया है. उन्होने कहा कि पॉजिटिव सामने आने के बाद जो कंटेनमेंट जोन बनाए जाते हैं, उसमें वैसे ही लॉकडाउन घोषित होता है. किसी को भी कहीं भी आने-जाने की इजाजत नहीं होती है. साथ ही बफर जोन बनाकर आईएलआई मरीज सामने आते हैं उनकी भी कोरोना जांच के निदेश दिए हुए है. वहां यह भी जांच की जाए कि कहीं कम्युनिटी स्प्रेड तो नहीं हो रहा है.
पढ़ें-गृहमंत्री अमित शाह कोरोना पॉजिटिव, Tweet करके दी जानकारी
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने कहा कि 'अनलॉक 3' शुरू हो चुका है और इसमें सभी लोग रोजी-रोटी के लिए बाहर निकल रहे हैं. ऐसी स्थिति में कोरोना की रोकथाम के लिए जागरूक होना आवश्यक है. जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है और उसे ब्लॉक स्तर तक ले जाया जाएगा. नेहरा ने कहा कि जयपुर जिले को 15 सेक्टर में बांटा गया है और वो इंसीडेंट कमांडर लगाए गए हैं. उनके साथ एसीपी, मेडिकल ऑफिसर, नायब तहसीलदार और तहसीलदार भी लगाए गए हैं. इन सभी अधिकारियों को आपस में चर्चा कर कंटेनमेंट जोन घोषित करने के निर्देश भी दिए हैं.
पढ़ें-कोटा में RAC के 7 जवान कोरोना संक्रमित, 46 नए मामले आए सामने
कलेक्टर अंतर सिंह मेहरा ने कहा कि जिन लोगों को होम क्वॉरेंटाइन करना है. उनके घर पर देखा जाए कि वो पूरे संसाधन उपलब्ध है या नहीं है और जिनके घर में जगह नहीं है. उन्हें संस्थागत क्वॉरेंटाइन में भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं. जयपुर जिले की जनसंख्या 70 लाख से ज्यादा है और यहां 80 से 100 पॉजिटिव मरीज प्रतिदिन सामने आ रहे हैं और ये चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मरीज बढ़ रहे हैं. उसको देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है सरकार की ओर से दवाइयों में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी. यदि किसी इलाके में ज्यादा मरीज सामने आते हैं तो वह लॉकडाउन की स्थिति पर विचार किया जा सकता है.