जयपुर.प्रदेश सरकार ने बाहरी प्रदेशों से आने वाले प्रवासियों को अनिवार्य रूप से क्वॉरेंटाइन करने के निर्देश दिए हैं. उसके लिए जिला उपखंड ग्राम पंचायत और वार्ड स्तर पर क्वॉरेंटाइन प्रबंध समितियों का गठन भी किया गया है. लेकिन प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ का आरोप है की इन समितियों में जनप्रतिनिधियों को महज सदस्य बनाकर उनका अपमान किया गया है. राठौड़ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख कर सरकारी स्तर पर हुई इस भूल में सुधार करने की मांग की है.
राठौड़ ने अपने पत्र में लिखा कि जिला स्तर पर क्वॉरेंटाइन प्रबंध समिति में कलेक्टर को अध्यक्ष बनाया गया है. वहीं उपखंड स्तरीय समिति में एसडीएम ग्राम पंचायत स्तरीय समिति में प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी और वार्ड स्तरीय समिति में बूथ लेवल अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है. जबकि इन समितियों में जनप्रतिनिधियों को मैसेज सदस्य के रूप में शामिल किया गया है जो बेहद निंदनीय है. राठौड़ के अनुसार लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधि का सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थान होता है और इन समितियों में नौकरशाहों के अधीनस्थ सदस्य बनाकर सरकार ने लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधियों का अपमान किया है. ऐसे में सरकार से आग्रह है कि वह सभी वारंटी प्रबंध समितियों में अध्यक्ष जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जाने के निर्देश दें.