जयपुर.जिले की ग्राम पंचायत ढींढा निवासियों ने मुख्य बस स्टैंड पर इकट्ठा होकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान सभी ने पंचायत राज चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है. यह मामला ग्राम पंचायत पुनर्गठन से जुड़ा हुआ है.
पंचायत पुनर्गठन को लेकर ढींढा और भगवतपुरा में विरोध प्रदर्शन दूसरी ओर ग्राम भगवतपुरा के बाशिंदों ने भी मुख्य बस स्टैंड पर प्रदर्शन कर, नवसृजित पंचायत समिति किशनगढ़ रेनवाल से हटाकर जोबनेर से जोड़ने की मांग की. भगवतपुरा गांव के बाशिंदों ने भी पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी है.
इस मामले को लेकर एक बैठक की गई और बैठक में सभी वक्ताओं ने पंचायत राज पुनर्गठन में बरती गई लापरवाही को लेकर जिम्मेदारों पर जमकर निशाना साधा. ग्रामीणों का आरोप है, कि ढींढा और भगवतपुरा से किशनगढ़ रेनवाल पंचायत समिति की दूरी 40 किलोमीटर है. जबकि जोबनेर पंचायत समिति की दूरी 10 किलोमीटर है. ग्रामीणों का कहना है, कि सरकार का काम आम जनता को राहत देने का होता है. लेकिन सरकार ने पुनर्गठन कर राहत देने की बजाय ग्रामीणों को मुसीबत में डाल दिया है.
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समाजसेवी और पूर्व पंचायत समिति सदस्य नंदकिशोर रणवा ने कहा, कि पंचायत चुनाव पुनर्गठन बाशिंदों को राहत देने के लिए किया गया था. इससे ग्राम पंचायतों को नजदीकी पंचायत समिति से जोड़कर राहत दी जानी थी, लेकिन हुआ इससे उल्टा. पुनर्गठन में राहत देने की बजाय जिम्मेदारों ने ग्रामीणों के सामने परेशानी खड़ी कर दी है. चुनाव को लेकर लॉटरी निकलने के बाद संभावित दावेदारों ने पोस्टर, बैनर छपवा कर अपनी उम्मीदवारी सामने रख दी थी. वहीं ग्रामीणों के लामबंद होने पर दावेदार भी बैठक में उपस्थित हुए. जहां इन गांवों को जोबनेर पंचायत समिति में नहीं जोड़ने की दशा में चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है.