जयपुर.हाल ही में प्रदेश के जिन स्थानों पर बारिश ज्यादा हुई और ड्रेनेज सिस्टम फेल हुआ. वहां से मच्छर जनित रोग मलेरिया और डेंगू की शिकायतें ज्यादा आ रही है. अकेले बाड़मेर में मलेरिया के 249 और डेंगू के 37 पॉजिटिव केस मिले है. जबकि राजधानी जयपुर में डेंगू के 137 और मलेरिया का एक केस मिला है. लेकिन जालौर, झालावाड़ को छोड़ दिया जाए तो प्रदेश के लगभग सभी जिलों में डेंगू या मलेरिया के पॉजिटिव केस मिले हैं. इसके मद्देनजर अब चिकित्सा महकमा हरकत में आया है. विभाग अब मौसमी बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जुलाई महीने को एन्टी डेंगू महीने के रूप में मनाएगा.
प्रदेश में मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होने वाले मलेरिया और एडीज मच्छर के काटने से होने वाले डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ऑफिशियल रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में प्रदेश में मलेरिया के 333 जबकि डेंगू के 574 पॉजिटिव के मौजूद हैं. गनीमत ये है कि अब तक किसी भी जिले से मच्छर जनित रोगों से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है. विशेषज्ञों की माने तो क्लाइमेट चेंज और मच्छरों के लिए अनुकूल मौसम की वजह से वर्तमान में इस्तेमाल हो रहे पायरेथ्रम फोगिंग भी मच्छरों पर असर नहीं कर रही है. ऐसे में अब फोगिंग के लिए साइफिनोथ्रीम का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.