आमेर (जयपुर). नाइट टूरिज्म और लोक कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान सरकार के पुरातत्त्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को लोक नृत्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. लोक नृत्य कार्यक्रम को देखने के लिए काफी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी आमेर महल पहुंचे. इस मौके पर सैलानियों ने लोक नृत्यों का आनंद लिया.
कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों से राजस्थानी संस्कृति की छटा बिखेरी. लोक कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों ने सैलानियों को थिरकने पर मजबूर कर दिया. इन शानदार पलों को सैलानी अपने कैमरो में कैद करते नजर आए.
आमेर महल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध आमेर महल में लोक नृत्य कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियां दी. आमेर महल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से रात्रि कालीन पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. कलाकारों ने खड़ताल, बंजारा नृत्य, कालबेलिया नृत्य सहित विभिन्न प्रस्तुतियां पेश की. सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने के लिए काफी संख्या में देशी-विदेशी सैलानी भी पहुंचे. लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुतियों ने देसी-विदेशी पर्यटकों को भी मंत्रमुग्ध कर दिया.
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कलाकारों की प्रस्तुतियों को सैलानियों ने अपने कैमरों में कैद किया. लोक नृत्य कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों ने जमकर तालियां बटोरी. वहीं भवाई नृत्य पर प्रेम सपेरा, कालबेलिया नृत्य गुड्डी सपेरा, मोरचंग और खड़ताल पर ममता सपेरा, ढोलक पर राजेश भट, बीन पर राजू सपेरा और डफली की अर्जुन भट्ट ने शानदार प्रस्तुतिया पेश की.