जयपुर.शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में चुने हुए जनप्रतिनिधियों के नाम को लेकर विधानसभा में उठे सवाल के बाद मुख्यसचिव ने सख्ती दिखाई है . सीएस उषा शर्मा ने सभी विभागों को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि सांसदों, विधायकों को सार्वजनिक याराजकीय समारोहों के साथ भवनों का शिलान्यास और उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नही करने वालों अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई होगी . पत्र में उस 12 मई 2020 निर्देशों का हवाला दिया जिसमें चुने हुए जन प्रतिनिधियों का सम्मान करने के लिए गाईड लाइन जारी की थी.
सीएस ने ये लिखा पत्रःमुख्यसचिव उषा शर्मा ने राजकीय विभागों , राजकीय उपक्रमों , बोर्डों , निगमों , स्वायत्तशासी संस्थाओं सहित सभी विभागों में पदस्थापित अधिकारियों को निर्देशात्मक को पत्र लिखा है. इस पत्र में शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में चुने हुए जनप्रतिनिधियों के नाम को लेकर उठ रहे सवाल पर सख्ती दिखाई है. सीएस उषा शर्मा ने सभी विभागों को लिखे पत्र में कहा कि लगातार आदेश जारी होने के बाद भी शिकायत मिल रही है कि सांसदों, विधायकों को सार्वजनिक या राजकीय समारोहों के साथ भवनों का शिलान्यास और उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नही किया जा रहा है. दिशा निर्देशों की अवहेलना को राजस्थान सिविल सेवाएं (आचरण) नियम, 1971 के प्रावधानों का उल्लंघन माना जाता है. किसी भी अधिकारी की शिकायत सही पाई जाती है तो दोषी अधिकारी , कर्मचारी के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में सभी अधिकारी निर्देशों की अक्सर से पालना करें.