जयपुर.भाजपा के पूर्व विधायक और पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा एक बार फिर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं. इस बार आहूजा ने मदरसा बोर्ड विधेयक के माध्यम से मदरसों को वैधानिक दर्जा दिए जाने का विरोध किया है. आहूजा ने कहा कि मैंने 2 महीने पहले ही राज्य सरकार से मांग की थी कि तबलीगी जमात और मदरसों पर प्रतिबंध लगाया जाए, क्योंकि इनकी शिक्षा और पाठ्यक्रम की पद्धति में राष्ट्रद्रोह ही पैदा किए जाते हैं.
जयपुर भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि राजस्थान में तथाकथित अल्पसंख्यक मंत्री ने मदरसों को स्वायत्तशासी बना दिया. मदरसों को सारे पावर अर्जित कर दिए जो शिक्षा विभाग के स्कूलों को हैं. आहूजा ने कहा कि मदरसा बोर्ड को संपूर्ण स्वायत्तशासी शक्तियां दे दी है यानी कक्षा का वर्गीकरण, सिलेबस और टीचर मदरसा बोर्ड खुद तय करेगा, इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ हो ही नहीं सकता.