जयपुर. 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता नही जाएंगे. सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस के सभी नेताओं ने न्योता को अस्वीकार कर दिया. कांग्रेस के इस फैसले के बाद बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं, भाजपा विधायक ने तो कांग्रेस की तुलना राक्षसों से करते हुए कहा कि भूत-पिशाच निकट न आवे, महावीर जब नाम सुनावे.
राक्षसों से तुलना :सिविल लाइंस विधायक डाॅ. गोपाल शर्मा ने प्रतिक्रिया देते कहा कि हनुमान चालिसा में लिखा है, 'भूत-पिशाच निकट न आवे, महावीर जब नाम सुनावे', उन्होंने कांग्रेस नेताओं की तुलना राक्षसों से की है. उन्होंने कहा कि ये स्वभाविक है, कांग्रेस ने हमेशा राम के अस्तित्व से नाकारा है. यहां तक कि कांग्रेस ने तो कोर्ट में भी राम मंदिर के अस्तित्व को नाकारने का शपथ पत्र तक पेश किया है. उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे सिद्धार्थ राय ने बाबरी मस्जिद कमेटी की तरफ केस भी लड़ा. इसलिए उनकी नैतिकता ही नहीं बनती कि वो समारोह में शामिल हों. गोपाल शर्मा ने कहा कि भगवान राम तो सबके आराध्य हैं, कण-कान में बसे हुए हैं. कोई आए या नहीं आए, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. वैसे भी भगवान राम के नाम से राक्षस भागते हैं.