जयपुर.कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राम मंदिर के मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा इसका राजनीतिकरण कर लोकसभा चुनाव में वोट बटोरना चाहती है, जो गलत है. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में युवा कांग्रेस की बैठक में शिरकत करने आए सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह बयान दिया है.
राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम का न्यौता मिलने और मंदिर जाने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि आस्था प्रकट करने और मंदिर दर्शन करने जाने के लिए किसी न्यौते की जरूरत नहीं है. मेरा जब मन करेगा मैं दर्शन करने राम मंदिर जाऊंगा. जितने भी तीर्थ हैं. वहां भी हमारे सब साथी जाते हैं. यह भावनात्मक मुद्दा है. धार्मिक मुद्दा है. इस पर राजनीति करना गलत है. आपको राजनीति करनी है तो मुद्दों पर करें. आप निवेश, गरीबों और अपनी आर्थिक नीतियों पर राजनीति करें. महंगाई कैसे कम की जा सकती है. उस पर राजनीति करें. मुद्दों पर चर्चा हो और मुद्दों पर चुनाव हो. हम इसके लिए तैयार हैं. लेकिन भावनात्मक मुद्दों पर राजनीति करके वोट बटोरने का काम किया जा रहा है. वह गलत है. मुझे नहीं लगता कि इससे बहुत ज्यादा फर्क पड़ेगा. आस्था, धर्म और पाठ-पूजा का जो विषय है. वो व्यक्तिगत निर्णय है. हम भगवान राम को मानते हैं और मानते रहेंगे. लेकिन इसका भाजपा जिस तरह से लाभ लेना चाहती है. वो गलत है.
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दूसरी पार्टी कोई काम करती है, तो कहते हैं रेवड़ी बांटना: सचिन पायलट ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज कच्चे तेल का दाम आधा हो गया है. लेकिन उसका फायदा आमजन को नहीं मिल पा रहा है. देश में 80 करोड़ लोगों को सरकार सस्ता भोजन मुहैया करवा रही है. जबकि दावा किया जा रहा है कि हमारा देश विकसित हो गया है. भाजपा कोई काम करे तो अच्छा है. जबकि दूसरी पार्टी कोई काम करे तो भाजपा नेता इसे रेवड़ियां बताते हैं.
लोकसभा चुनाव में होगी INDIA गठबंधन की जीत: सचिन पायलट बोले, हमने शिकायत की थी कि सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को मंत्री पद की शपथ दिलाना आचार संहिता का उल्लंघन है. चलते चुनाव में मंत्री बनाकर ये चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं. आचार संहिता में जब किसी सरकारी कर्मचारी का तबादला तक नहीं किया जा सकता है. नियुक्ति नहीं दी जा सकती है. ऐसे में आप प्रदेश का मंत्री बना रहे हैं. ऐसा कभी हुआ नहीं है. आयोग ने कुछ नहीं किया, लेकिन जनता ने इसका जवाब दिया है. लोकतंत्र में अंतिम फैसला जनता का है. मतदाता इस तरह रिझाने से बहकते नहीं हैं. लोकसभा का 2024 का जो चुनाव है. उसमें भाजपा कुछ भी कर ले लेकिन मेरा विश्वास है कि INDIA गठबंधन जीतकर आएगा.
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किरोड़ीलाल मीणा के साथ नहीं हुआ न्याय: पायलट ने कहा, विभागों का बंटवारा मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने पांच साल भाजपा के लिए संघर्ष किया. लोगों को उम्मीद थी कि उन्हें बड़ा पद मिलेगा. पद भी नहीं दिया और जो मंत्रालय दिया, वो भी कांट-छांट कर बहुत सीमित कृषि मंत्रालय दिया गया है. जो मेहनत उन्होंने की है. उनके साथ न्याय नहीं हुआ.
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भाजपा कर रही है प्रतिशोध की राजनीति:उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार नाम बदलू सरकार है. हम तो हमेशा से कहते हैं कि आप अपनी लकीर लंबी खींचो. आप नई योजनाएं और नई नीतियां लेकर आओ. भाजपा की जब पहले सरकार थी, तब भी राजीव गांधी सेवा केंद्रों का नाम बदला गया. अब इंदिरा गांधी के नाम पर जो योजना चल रही है. उसका नाम बदल रहे हैं. जनता समझ रही है कि आप कोई नया काम नहीं कर रहे हैं. पुराने कामों को विस्तार दें और कुछ कमियां हो तो उन्हें ठीक करें. नाम बदलने से संदेश जाता है कि आप प्रतिशोध की राजनीति कर रहे हैं. उसे लोग स्वीकार नहीं करते हैं.