जयपुर.अब तक भाजपा को एक काडर बेस पार्टी माना जाता रहा है लेकिन भविष्य में अपनी नींव मजबूत करने के लिए अब कांग्रेस भी अपने काडर को तैयार करने में जुट गई है. लोकसभा चुनाव के रण में उतरने से पहले कांग्रेस अपने संगठन को पूरी तरह से भाजपा के मुकाबले में मजबूत करने के कवायद में जुट गई है.
इसके लिए कांग्रेस ने वैचारिक तौर पर भाजपा और संघ का काउंटर करने के लिए काडर बेस कार्यकर्ता तैयार करने शुरू कर दिए हैं. अब यह कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव में कैंपेन के दौरान पार्टी की विचारधारा संस्कृति और इतिहास से जनता को अवगत कराएंगे. इसके लिए कार्यकर्ताओं को एक खास तरह की ट्रेनिंग भी दी जा रही है जिसमें कार्यकर्ताओं को वैचारिक रूप से तैयार किया जा रहा है. कार्यकर्ता प्रशिक्षण लेकर पूरे प्रदेश में अलग-अलग टीमें बनाकर सभी 25 लोकसभा सीटों पर जाएगा.
कार्यकर्ता घर-घर जाकर मतदाताओं को कांग्रेस का इतिहास और उस की रीति नीति के बारे में समझाएगा. इसके साथ ही यह आम लोगों को आजादी की लड़ाई में कांग्रेस का योगदान, देश के लिए कांग्रेस के जिन नेताओं ने कुर्बानी दी और आजाद भारत में कांग्रेस की सरकारों ने देश के विकास में क्या योगदान दिया है इसके बारे में बताएंगे. लोकसभा चुनाव से पहले यह 60,000 से ज्यादा वर्कर कांग्रेस तैयार करने जा रही है.
हाल ही में राहुल गांधी ने सेवादल कार्यकर्ताओं को भी संघ और भाजपा से लड़ाई लड़ने का आह्वान किया था. दरअसल पार्टी की कमान संभालने के बाद से ही राहुल गांधी ने संघ और भाजपा से मुकाबले की रणनीति पर काम शुरू कर दिया था. यही कारण था कि भाजपा और संघ द्वारा कांग्रेस को जिस तरीके से मुस्लिम पार्टी के तौर पर प्रचारित किया गया था उससे बाहर निकलने के लिए पार्टी ने सॉफ्ट हिंदुत्व के फार्मूले पर काम शुरू कर दिया. इसका पहला नजारा गुजरात चुनाव में देखने को मिला था.
राहुल गांधी की इस छवी का पार्टी को कई राज्यों में फायदा मिला था. कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा और संघ को वैचारिक रूप से जवाब देने के लिए कार्यकर्ताओं को काडर बेस तैयार करने पर जोर देना शुरू कर दिया था. शक्ति प्रोजेक्ट और दूसरे कई प्रोग्राम इस तरीके से चलाया जा रहे हैं जिसके तहत कार्यकर्ताओं को कांग्रेस की संस्कृति और इतिहास से अवगत कराया जा रहा है. हाल ही में अजमेर में कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय महाधिवेशन में भी इसी कवायद को जोर मिला है.
कांग्रेस लाभार्थियों तक पहुंचाएगी अपने काडर को
पिछली भाजपा सरकार में वसुंधरा राजे ने हर एक लाभार्थी को बकायदा बुलाकर उनका सम्मेलन किया था और उन्हें भाजपा के साथ जोड़ने का प्रयास किया था लेकिन कांग्रेस अपने नए काडर को जो करीब 60,000 लोग होंगे उन्हें कांग्रेस की नीतियां, उनके द्वारा किए गए कार्यों, योजनाओं और उनके लाभार्थियों के लिए पार्टी ने क्या किया इन सब बातों की जानकारी उन तक जाकर देंगे.