जयपुर.छत्तीसगढ़ के रायपुर में चल रहे कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन में छोटे-बड़े 85 संशोधन किए गए हैं. इन संशोधनों का असर राजस्थान कांग्रेस के भीतर भी आगामी दिनों में दिखाई देंगे. महाधिवेशन में सबसे बड़ा संशोधन यह रहा है कि अब कांग्रेस में 50 फीसदी पद एससी, एसटी, आदिवासी, पिछड़ों के लिए रिजर्व होगा.
राजस्थान में भी बूथ, वार्ड और पंचायत कमेटियां बनेंगी - राजस्थान कांग्रेस की बात की जाए तो छत्तीसगढ़ के रायपुर में अधिवेशन में जो संविधान संशोधन किए गए हैं, उसके अनुसार राजस्थान कांग्रेस को भी बूथ, वार्ड और पंचायत कमेटियां का गठन करना होगा. आज जो निर्णय हुआ है उसके मुताबिक प्रदेश कांग्रेस, जिला कांग्रेस, ब्लॉक कांग्रेस और मंडल कांग्रेस के रूप में 4 इकाइयां तो प्रदेश में मौजूद है. लेकिन अब बूथ स्तर, शहरों में वार्ड कांग्रेस कमेटी और गांव में पंचायत कमेटियों का गठन भी करना होगा. वहीं आज के निर्णय के मुताबिक जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्य, स्थानीय निकायों, कोऑपरेटिव सोसाइटी, नगर पालिका, कॉरपोरेशन के अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस, जिला कांग्रेस और प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट बनेंगे.
पायलट बन सकते हैं सीडब्लूसी सदस्य, भंवर जितेंद्र भी दौड़ में -कांग्रेस वर्किंग कमेटी सदस्यों की संख्या 35 कर दी गई है. ऐसे में राजस्थान की हिस्सेदारी भी इसमें बढ़ेगी. पहले इसमें रघुवीर मीणा शामिल थे, अब राजस्थान से दो से 3 सदस्य शामिल हो सकते हैं. इन सीडब्ल्यूसी सदस्यों में से एक नाम सचिन पायलट का हो सकता है. क्योंकि सचिन पायलट अभी 50 साल से कम आयु के भी हैं और वह सारे क्राइटेरिया भी पूरे करते हैं. हालांकि सचिन पायलट के साथ ही सीडब्ल्यूसी सदस्य बनने की दौड़ में भंवर जितेंद्र सिंह भी शामिल हैं. इन दोनों नेताओं के साथ ही एससी एसटी या महिला कोटे से भी किसी नेता को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल किया जा सकता है.