कोटपुतली/जयपुर. देश भर में अमन, शांति व एकता का संदेश देने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर कांग्रेस सेवा दल की ओर से निकाली जा रही आजादी गौरव यात्रा के कोटपूतली पहुंचने (Azadi Gaurav Yatra in Kotputli) पर शनिवार को विशाल जनसभा का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि जहां भाजपा देश का धर्म और जाति में बांटने का काम कर रही (CM Gehlot targets BJP in Kotputli) है, वहीं कांग्रेस संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रही है.
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हमेशा से ही त्याग, तपस्या, कुर्बानी व बलिदान का इतिहास रहा है. आजादी के संघर्ष में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अनेकों यात्रा भारतवासियों को अंग्रेजी सरकार के अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए की. वहीं आजादी के तुरन्त बाद प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने सभी जाति, वर्ग, धर्म के लोगों को साथ लेकर एक आधुनिक भारत की नींव रखी तो वहीं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने देश की एकता व अखण्डता को बरकरार रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. भारतीय जनता पार्टी उसी एकता व अखण्डता को खतरे में डालकर देशवासियों को धर्म व जाति के नाम पर बांटकर राज करना चाहती है. जबकि कांग्रेस पार्टी एकता, अखण्डता व भाईचारे में विश्वास रखती है. कांग्रेस पार्टी देश भर में संविधान व लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रही है.
सभा को सम्बोधित करते हुए पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भी भारतीय जनता पार्टी को जमकर आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अपनी एकजुटता के साथ आगामी 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनाने व वर्ष 2024 में केन्द्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लें. साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर भी वंशवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेतृत्व जवाब दें कि प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री राजे के पुत्र, केन्द्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र साथ ही अन्य नेताओं के पुत्र व पुत्रियों को टिकिट क्यों दी है. आठ साल से लगातार भाजपा के 25 सांसद राजस्थान से दो बार निर्वाचित हो चुके हैं, बावजूद इसके भी एक रुपए की जनकल्याणकारी योजना राजस्थान को नहीं दी गई.