जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार (10 जुलाई) को अपने तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगे. प्रदेश की खस्ता आर्थिक स्थिति, किसान कर्जमाफी और बेरोजगारी भत्ते जैसी चुनावी घोषणाओं के दबाव के चलते इस बार का बजट आम जनता के लिए कठोर होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं, प्रदेश के लोग खासा उम्मीद लगाए बैठे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया 2019-20 के बजट को अंतिम रूप, बुधवार को होगा पेश - jaipur
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिटारे से अपने पहले बजट में क्या कुछ निकेगा इसकी तस्वीर तो कल यानी 10 जुलाई को ही साफ हो पाएगी जब सीएम गहलोत सुबह विधासभा में अपना बजट भाषण पढ़ेंगे. लेकिन बजट पेश होने से पहले सीएम गहलोत ने मंगलवार को राज्य के वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट को अंतिम रूप दिया. वहीं, गहलोत सरकार के इस बजट से सबको बहुत उम्मीदें हैं, लेकिन उन उम्मीदों पर बजट कितना खरा उतरता है ये देखने वाली बात होगी...
गौरतलब है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही वित्त मंत्री का दायित्व भी संभाल रहे हैं. वह फरवरी में लेखानुदान पेश कर चुके हैं और अब बुधवार को मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए राज्य का पूर्ण बजट पेश करेंगे. राजस्थान की जनता की उम्मीदों का और प्रदेश की नई कांग्रेस सरकार बुधवार को अपना पहला बजट पेश करने जा रही है. गहलोत सरकार के इस बजट से सबको खासा उम्मीदें हैं.
आम हो या खास सबकी निगाहें कल पेश होने वाले बजट पर है, लेकिन बजट पेश होने से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को राज्य के वित्तीय वर्ष 2019-20 के बजट को अंतिम रूप दिया. इस मौके पर उनके साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, शासन सचिव वित्त (राजस्व) पृथ्वीराज, शासन सचिव बजट मंजूराज पाल, विशिष्ठ सचिव वित्त व्यय सुधीर शर्मा और निदेशक वित्त बजट शरद मेहरा भी मौजूद रहे.