जयपुर.दो हजार रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने के आरबीआई के फैसले के बाद विपक्षी दल लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. इस बीच सीएम अशोक गहलोत ने भी निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने बैंक वालों को भी करप्ट बना दिया है. नोटबंदी के दौरान जो परसेंटेज का खेल चला था, वो 2000 के नोट बंदी पर फिर होगा. गहलोत ने डीओआईटी घूसकांड में भाजपा की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर रविवार को पलटवार किया. सीएम ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा ही नहीं है, इसलिए वो करप्शन की बात करके कांग्रेस को डिस्टर्ब करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस डिस्टर्ब होने वाली नहीं है.
दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार को देशभर में राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया गया. इसी क्रम में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भी सर्वधर्म प्रार्थना सभा व पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित प्रदेश, जिला व ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए थे.
फिर होगा खेला -इस दौरान सीएम ने 2000 के नोट बंदी में भी खेला होने की बात कही. गहलोत ने कहा कि अमित शाह जिस बैंक के डायरेक्टर हैं, वहां नोटबंदी के समय 700 करोड़ों रुपए का लेनदेन हुआ था. अब 2000 का नोट बंद कर रहे हैं. ऐसे में इन लोगों ने बैंक वालों को भी करप्ट बना दिया है. नोटबंदी के समय जो बड़ी रकम लेकर गए, उनके लिए पीछे का दरवाजा खोल दिया गया था. नोटबंदी के समय 30 परसेंट का धंधा चला. बैंकों में अब ऐसा ही खेल फिर चलेगा. पिछले वाले का हिसाब आज तक नहीं दिया और न ही ब्लैक मनी, न आतंकवाद खत्म हुआ. पूरा जो पैसा मार्केट में था वो जमा जरूर हो गया. ये लोकसभा के आंकड़े हैं. कांग्रेस के ऊपर तो बंदिश लगा दी गई है. पार्टी को कोई चंदा दे नहीं सकता. लेकिन जनता का साथ उनके साथ है और कर्नाटक की जनता ने इसे साबित कर दिया है.
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सीएम गहलोत ने किया पूर्व पीएम को याद - पत्रकारों से रुबरु हुए सीएम गहलोत ने कहा कि जिस तरह से राजीव गांधी की हत्या हुई, आज भी देश उसे भूला नहीं है. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी महज 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे, जिन्होंने तमाम वो फैसले लिए जो इतिहास में दर्ज हो गए. उन्होंने देश के लिए शहादत दी. जिस तरह इंदिरा गांधी ने खालिस्तान नहीं बनने दिया और अपनी जान की बाजी लगा दी, वैसे ही राजीव गांधी भी देश के लिए खुद को निछावर कर गए.
कांग्रेस को बताया कुर्बानी वाली पार्टी - सीएम ने आगे कहा कि कांग्रेस त्याग, बलिदान और कुर्बानी वाली पार्टी है. इसकी विचारधारा गांधी जी के वक्त की बनी हुई है, जो आज भी प्रासंगिक है. संविधान की मूल भावना के अनुरूप है. कांग्रेस हमेशा लोकतंत्र, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता की बात करती है और अब तो धर्म के नाम पर सत्ता में आने वाले लोगों की पोल खुलती जा रही है. जिस तरह से कर्नाटक की जनता ने सबक सिखाया है, वैसे ही आने वाले वक्त में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और जहां भी चुनाव होंगे, वहां की जनता भी इन्हें सबक सिखाएगी.
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केंद्र की मोदी सरकार पर गहलोत का प्रहार - उन्होंने कहा कि भाजपा वाले घमंड तो करते हैं, लेकिन 9 साल में 29 जगह चुनाव हार चुके हैं. खाली केंद्र में नरेंद्र मोदी भ्रमित करके जीत जाते हैं. लेकिन आज लड़ाई विचारधारा की है. ऐसे में वो नौजवानों को यही कहेंगे कि राजीव गांधी ने 18 साल की आयु में नौजवानों को मतदान का अधिकार दिलाया था, लेकिन आज युवा आक्रोशित हैं. देश में महंगाई और बेरोजगारी तेजी से बढ़ी है. जिसे लेकर केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है, लेकिन तसल्ली इस बात की है कि अब देश के युवा भी मौजूदा केंद्र की मोदी सरकार के भ्रम जाल को समझ चुके हैं. ऐसे में अब वो आगामी चुनावों में भाजपा के अहम और घमंड को चकनाचूर करेंगे.
भाजपा वालों को सपने में आते हैं राहुल गांधी -सीएम ने कहा कि भाजपा गांधी परिवार और राहुल गांधी को लेकर हमेशा अनर्गल बयानबाजी करती है. भाजपा वालों को सपने में भी राहुल गांधी नजर आते हैं. पहले पंडित नेहरू को लेकर सोशल मीडिया पर ये लोग बातें करते थे, जबकि सोशल मीडिया, मोबाइल फोन, इंटरनेट ये सब देश को राजीव गांधी ने दिए हैं. तब उन्हें नहीं मालूम होगा कि आज भाजपा वाले इसका दुरुपयोग इस तरह से करेंगे. गहलोत ने कहा कि आज सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने का काम किया जा रहा है, जो अपने आप में चिंता का विषय है.
सीएम ने भाजपा पर कसा तंज - गहलोत ने आगे कर्नाटक चुनाव में भाजपा की हार पर तंज कसा. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह गली-गली घूमते रहे, रोड शो किए फिर भी उनकी एक न चली. उन्होंने कहा कि अब भी भाजपा में थोड़ी भी ईमानदारी है तो इन्हें कर्नाटक जाकर देखना चाहिए कि वहां क्या हुआ था. आज राजस्थान पूरे देश में नंबर दो पर है, जहां करप्शन के खिलाफ 1750 छापे डाले गए. आय से अधिक संपत्ति के मामलों का खुलासा हुआ. सीएम ने डीओआईटी घूसकांड पर भाजपा की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि अगर करप्शन की बात करेंगे तो उन्हें लगता है कि यहां सरकार डिस्टर्ब हो जाएगी, लेकिन कांग्रेस सरकार डिस्टर्ब नहीं होने वाली नहीं है. उनका प्रस्ताव झूठ का पुलिंदा है. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए करप्शन की बातें करते हैं. सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र के बाद सबसे अधिक छापे राजस्थान में ही डाले गए.
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भ्रष्टाचार में डूबे भाजपा शासित राज्य -सीएम ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में छापे नहीं पड़ते हैं, लेकिन राजस्थान में करीब 65 प्रशासनिक अधिकारी पकड़े गए, जबकि भाजपा शासित राज्य सबसे अधिक करप्ट हैं, जो भूखे भेड़िए है. किसी भी उद्योगपति या उद्यमियों से पूछ लें, भाजपा वाले 10 फीसदी रिश्वत लेते हैं. वो अपनी संपत्तियों का लेखा-जोखा प्रदेशवासियों को दें. जनता माई-बाप होती है, वो तय करेगी किस को सत्ता में लाना है. कांग्रेस घमंड नहीं करती, लेकिन इनकी पोल खोल सकती है.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला - आगे उन्होंने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को कटघरे में खड़ा किया. साथ ही कहा कि वो संजीवनी में फंसे हुए हैं. उनके इथोपिया में बड़े-बड़े फार्म हाउस हैं, जो खुद करप्ट लोग हैं. राजस्थान के ढाई लाख लोग बर्बाद हो गए, उनके पैसे डूब गए, लेकिन उनके खिलाफ कोई प्रस्ताव नहीं लाया गया. प्रस्ताव पास करने वालों में हिम्मत है तो संजीवनी के खिलाफ प्रस्ताव पास क्यों नहीं करते हैं. गजेंद्र सिंह ने जो कंपनी बनाई उसके खिलाफ प्रस्ताव पास क्यों नहीं करते?. प्रधानमंत्री को गजेंद्र सिंह शेखावत को मंत्री पद से बर्खास्त कर देना चाहिए, क्योंकि वो एक अभियुक्त बन गए हैं. साथ ही उनका परिवार भी बराबरी का मुलजिम है.
सीएम गहलोत की नौजवानों से अपील -आखिर में उन्होंने नौजवानों से अपील करते हुए कहा कि भाजपा की नीति, कार्यक्रम, सिद्धांत न जनहित में हैं, न ही उन्हें महंगाई की परवाह है और न ही बेरोजगारों की फिक्र. ये लोग नॉनवॉयलेंस की भावना की बात करते हैं. जबकि राहुल गांधी ने देशवासियों को चार मुद्दे दिए हैं, कांग्रेस उन्हीं चारों मुद्दों को लेकर काम कर रही है. बजट की घोषणा भी उसी ढंग से की गई है.
केंद्र सरकार को बताया तानाशाह - इससे पहले पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजीव गांधी ने ग्रामीण भारत के विकास में अपना अहम योगदान दिया था. उन्होंने एक नई क्रांति लाकर युवाओं को आगे बढ़ाया. साथ ही ईमानदारी व स्वच्छता की मिसाल पेश की थी. राजीव गांधी का सपना था कि देश दुनिया में नंबर वन बने. लेकिन आज ऐसी ताकतें दिल्ली की सत्ता में बैठी हैं, जो इंदिरा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, राजीव गांधी के योगदान को कमजोर करने में लगी हैं. केंद्र की सरकार तानाशाही रवैया अख्तियार किए हुए हैं.