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सरकारी स्कूलों में हुई बाल सभाएं, बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, मंत्री डोटासरा भी कार्यक्रम में हुए शामिल

सरकारी स्कूलों से जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों के साथ ही आमजन के जुड़ाव और अधिक से अधिक नामांकन के लिए प्रेरित करने को लेकर मंगलवार को सरकारी स्कूलों की ओर से बाल सभाओं का आयोजन किया गया. इसमें बच्चों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई. वहीं एक स्कूल के कार्यक्रम में शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल हुए.

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Published : Jul 2, 2019, 5:30 PM IST

सरकारी स्कूलों में हुई बाल सभाएं, बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

जयपुर. राज्य सरकार एवं शिक्षा विभाग के निर्देश पर मंगलवार को प्रदेश के 65 हजार सरकारी स्कूलों में बाल सभाओं का आयोजन किया गया. हालांकि इस बार भी ज्यादातर बालसभा चौपाल पर ना होते हुए स्कूलों में ही हुई. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा गांव अमरसर शाहपुरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में आयोजित बाल सभा में मौजूद रहे. इस बाल सभा की अध्यक्षता विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा की गई. बाल सभा में अंताक्षरी कार्यक्रम, मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान, निशुल्क पाठ्य पुस्तकों के वितरण आदि कार्यक्रम किए गए.

सरकारी स्कूलों में हुई बाल सभाएं, बच्चों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

मंत्री डोटासरा ने कहा कि अभिभावक, जनप्रतिनिधि सहित सभी लोगों ने उत्सव मनाते हुए ये संकल्प किया कि सभी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे. मंत्री डोटासरा ने कहा कि गत 9 मई को हुई बालसभा में भी प्रदेश के 65 हजार स्कूलों में भामाशाहों की तरफ से 9 करोड़ की राशि उपलब्ध हुई थी. वहीं आज शाहपुरा के अमरसर के सरकारी स्कूल में भी भामाशाह ने कंप्यूटर के लिए 1 लाख 81 हजार रुपए की राशि, 51 हजार की राशि अन्य कार्यों के लिए दी है. वहीं एक भामाशाह ने कहा कि अमरसर में सरकारी कॉलेज बनाता है तो उसके भवन और अन्य कार्यों के लिए एक करोड़ की राशि दी जाएगी.

शैक्षिक उन्नयन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं नामांकन वृद्धि के लिए जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में सामुदायिक बालसभा का आयोजन किया गया. मानसरोवर स्थित शहीद अशोक यादव राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बाल सभा का आयोजन तो हुआ लेकिन शिक्षकों का कहना था कि 1 जुलाई को नया सत्र शुरू हुआ और 2 जुलाई को बाल सभा का आयोजन होने से बच्चों को तैयारी करने का बहुत कम समय मिल पाया. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कई नए बच्चों ने भी अभी तक स्कूलों में प्रवेश नहीं लिया है, अगर ये बाल सभा सत्र शुरू होने के कुछ समय बाद होती तो सभी नए बच्चे भी बालसभा का हिस्सा बनते.

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