जयपुर. मदर्स डे के मौके पर जहां सभी लोग अपनी माता के साथ तस्वीरें साझा कर रहे हैं. इस क्रम में प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत भी पीछे नहीं रहे. सीएम ने मातृ दिवस पर अपनी मां को याद करते हुए उनके साथ अपनी पुरानी तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा कि 'सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है, यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है. मां, आज भी आपकी बहुत याद आती है. मातृ दिवस पर मातृशक्ति को सादर नमन.'
पूरा विश्व हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाता है. ये एक ऐसा खास दिन है, जब हर आयु वर्ग के बच्चे अपनी मां को स्पेशल फील कराते हैं. यूं तो मां का ऋण कभी भी कोई उतार नहीं सकता है. एक बच्चे के लिए तो मां में ही उसका पूरा संसार बसता है. दरअसल, मदर्स डे को शुरुआत अमेरिका की ऐना एम जारविस ने की थी. ऐना का जन्म अमेरिका के वेस्ट वर्जिनिया में हुआ. उनकी मां एक स्कूल टीचर थी. स्कूल में बच्चों को पढ़ाते वक्त एना की मां ने बताया कि एक दिन मां को समर्पित दिन मनाया जाएगा.
उनके निधन के बाद, ऐना और उसके दोस्तों ने एक अभियान शुरु किया. जिसमें मदर्स डे के दिन राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग उठाई गई. वो चाहते थे कि बच्चे अपनी मां के जिंदा रहते उनका सम्मान करें और उनके योगदान की सराहना करें. ऐसे में सबसे पहला मदर्स-डे 8 मई 1914 को अमेरिका में मनाया गया। तभी से मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रुप में मनाया जाता है.