जयपुर.मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि एसोसिएशन का गठन इसी वर्ष 2-4 सितम्बर 2020 को बेंगलूरू में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में हुआ और भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को इस संस्था की अध्यक्षता सौंपी. यह संस्था द्वारा की गई पहली वर्चुअल बैठक थी. उन्होंने बताया कि वेबीनार में 45 देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया. इन देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, भूटान, बांग्लादेश, बोत्सवाना, ब्राजील, कम्बोडिया आदि शामिल हैं.
भारत निर्वाचन आयोग के तत्वाधान में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय वेबीनार में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि विश्वव्यापी कोरोना वायरस की त्रासदी को देखते हुए चुनाव कराने के कई मुद्दे एवं चुनौतियां हैं जिनके लिए प्रोटोकॉल निर्धारित करते हुए चुनाव सम्पन्न कराना एक बहुत बड़ी चुनौती है. उन्होंने बताया कि फिजी, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मलावयी, ताइवान, मंगोलिया, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका एवं कई अन्य राष्ट्रों ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नवाचारों के साथ चुनाव सम्पन्न कराए गए हैं जिनके लिए व्यापक व्यवस्था की गई हैं ताकि आम नागरिकों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए चुनाव सम्पन्न कराया जा सके.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि भारत जैसे विशाल, बहुभाषी एवं विभिन्नता लिए हुए लोकतांत्रिक देश में चुनाव कराना एक चुनौती है. उन्होंने कहा कि देश के बिहार राज्य जिसमें कि 72.9 मिलियन मतदाता हैं. इस राज्य में होने वाले चुनावों के लिये कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए मतदान केन्द्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1500 के स्थान पर 1000 रखी गई है. फलस्वरूप मतदान केन्द्रों की संख्या में 40 प्रतिशत वृद्धि हुई है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी बताया कि नवम्बर दिसम्बर, वर्ष 2019 में झारखंड में एवं फरवरी, 2020 में दिल्ली राज्य में सम्पन्न विधानसभा आम चुनावों के दौरान 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक जन, विशेष योग्यजन एवं अति विशिष्ट सेवाओं से जुड़े मतदाताओं को पोस्टल बैलेट पेपर के माध्यम से मतदान की सुविधा प्रदान की है.