चौमूं (जयपुर). प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इसी के चलते श्मशान घाट में लकड़ी नहीं मिल रही तो अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. ऐसे में जिन लोगों की मौत हो चुकी है. उनके अस्थि कलश भी गंगा में विसर्जित नहीं हो रहे हैं. ऐसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है, अपनों के अस्थि कलश हरिद्वार गंगा में विसर्जित नहीं कर पा रहे हैं.
कोरोना के बीच अस्थियों को गंगा में विसर्जन करने का संकट इसी बीच चौमूं विधायक रामलाल शर्मा ने सामाजिक सरोकार निभाते हुए इन विषम परिस्थितियों के बीच अस्थि कलशों को गंगा में विसर्जित करने के लिए एक योजना बनाई है. विधायक रामलाल शर्मा ने अस्थि कलश को गंगा घाट भेजने भेजने के लिए अस्थि कलश संग्रहण केंद्र की शुरुआत की ही.
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विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि अस्थि संग्रह केंद्र पर दो कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की गई है. जब परिस्थितियां अनुकूल होगी तो बस की ओर से सभी अस्थि कलशों को गंगा में विसर्जित करवाया जाएगा.
इधर, दूसरी तरह नगर पालिका चेयरमैन विष्णु सैनी ने भी भाजपा की तर्ज पर अस्थि संग्रह केंद्र का शुभारंभ किया है. यानी चौमूं में दोनों पार्टियों में अस्थियां संग्रहन करने की होढ़ मची हुई है. इस सवाल पर रामलाल शर्मा ने कहा कि ऐसे मामलों में प्रतिस्पर्धा नहीं होनी चाहिए. राजनीति में प्रतिस्पर्धा हो सकती है. यह वक्त सबको आपस में मिलकर कोरोना की जंग लड़ने का है.