जयपुर. खींवसर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले भाजपा की परेशानी बढ़ गई है. लोकसभा चुनाव में आरएलपी से हुए गठबंधन को उपचुनाव में कायम रखने का दबाव भी भाजपा पर है. लेकिन क्षेत्र के स्थानीय भाजपा नेता इस सीट को गठबंधन के तहत आरएलपी को देने के पक्ष में नहीं है और अपनी इसी मांग को लेकर इन कार्यकर्ताओं ने जयपुर स्थित बीजेपी मुख्यालय में डेरा डाल दिया है.
खींवसर उपचुनाव में भाजपा कार्यकर्ता ही गठबंधन के खिलाफ दुर्ग सिंह के नेतृत्व में सोमवार को खींवसर से जयपुर पहुंचे स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय में पहले पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी को ज्ञापन दिया और फिर प्रदेश अध्यक्ष सतीश होने से मुलाकात कर अपनी मांग दोहराई. जहां उन्होंने साफ कर दिया कि खींवसर सीट पर भाजपा मजबूत स्थिति में है ऐसे में आरएलपी को गठबंधन के तहत सीट देने से बीजेपी को नुकसान ही होगा.
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दुर्ग सिंह के अनुसार कुछ नेता अपने स्वार्थ के चलते इस सीट को गठबंधन के तहत देने में जुटे हैं. लेकिन इससे भविष्य में पार्टी और कार्यकर्ता दोनों कमजोर होंगे. वहीं इस मामले में जब आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब लोकसभा में भाजपा ने आरएलपी से गठबंधन किया था तो उपचुनाव में भी यह गठबंधन जारी रहेगा.
बेनीवाल के कहा कि जो लोग आरएलपी के गठबंधन का विरोध कर रहे हैं, वह कल तक बहुजन समाज पार्टी में हुआ करते थे. साथ ही भाजपा में आने के बाद भी कांग्रेस को चोरी चुपके समर्थन दिया करते थे. फिलहाल, भाजपा के सामने परेशानी इस बात को लेकर है कि पार्टी अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को भी नाराज नहीं करना चाहती. साथ ही भाजपा लोकसभा चुनाव से शुरू हुए गठबंधन को उपचुनाव में खत्म करने के मूड में भी नहीं है.