जयपुर. प्रदेश में 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच नामांकन प्रक्रिया 30 अक्टूबर से शुरू हो गई, जो 6 नवंबर तक चलेगी. ऐसे में कांग्रेस और भाजपा सहित अन्य दलों के पास यही एक सप्ताह बचा है, जिसमें उन्हें अपने प्रत्याशी घोषित करने होंगे. बीजेपी अपने प्रत्याशियों की तीसरी सूची 1 नवंबर को देर रात तक जारी कर सकती है. सूची पर अंतिम मंथन के लिए दिल्ली में आज
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक होगी. इन बैठक में सिंगल नाम का पैनल तैयार किया जाएगा. इसके बाद पीएम मोदी की अध्यक्षता में 1 नवंबर को प्रस्तावित CEC में इन नामों पर मुहर लगेगी.
प्रस्तावित कोर कमेटी की बैठक आज : भाजपा के पास एक सप्ताह से भी कम का वक्त शेष बचा है 76 नामों पर आम सहमति बनाने के लिए. पहली और दूसरी सूची में उठे बवाल के बाद अब बीजेपी एक-एक सीट पर बारीकी से मंथन कर रही है. चुनाव से ठीक पहले किसी तरह का कोई बड़ा बवाल या विवाद प्रत्याशियों को लेकर नहीं हो, इसको लेकर तीन दिन पहले जयपुर में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक में मंथन हो चुका है. बताया जा रहा रहा है कि तीसरी सूची को लेकर कोर कमेटी की इस बैठक में दो और तीन नामों का पैनल तैयार कर लिया गया है. अब इसी पैनल को लेकर दिल्ली में कोर ग्रुप के चुनिंदा लोगों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा चर्चा करेंगे और हर सीट पर एक-एक नाम तय करेंगे. इसके बाद 1 नवंबर को प्रस्तावित पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में तीसरी सूची पर मुहर लगेगी.
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दो टुकड़ो में आ सकती है सूची : पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी शेष 76 सीटों पर घोषित होने वाले नामों को अभी दो सूची के जरिए जारी कर सकती है. तीसरी सूची में उन 50 से अधिक नामों को शामिल किया जा सकता है, जहां ज्यादा विरोध की संभावनाएं नहीं हैं और जिनका लगभग सिंगल पैनल तैयार हो गया है. इसके दो दिन बाद 3 या 4 नवंबर को अंतिम समय पर चौथी सूची के जरिए शेष प्रत्याशी के नामों की घोषणा की जासकती है, क्योंकि भाजपा के पास अब जो शेष 76 सीटों पर नाम तय होना है वो सीटें ही भाजपा के लिए से सबसे मुश्किल भरी हैं. इनमें से 66 सीटें वो हैं जहां भाजपा पिछला चुनाव हारी हुई है. अब इन सीटों पर प्रत्याशी बदला जाता है तो विरोध खड़ा होने की संभावना है.
इन 76 सीटों पर मंथन : सादुलशहर, करनपुर, सूरतगढ़, हनुमानगढ़, खाजूवाला, कोलायत, सादुलपुर, सरदारशहर, पिलानी, खेतड़ी, सीकर, खंडेल, विराटनगर, शाहपुरा, जमवारामगढ़, हवामहल, सिविल लाइन, आदर्श नगर, किशनपोल, किशनगढ़ बांस, बहरोड़, रामगढ़, राजगढ़ - लक्ष्मणगढ़, कटुम्बर, कामा, भरतपुर, नंदबाई, बयाना, बसेड़ी, बाड़ी, राजाखेड़ा, टोडाभीम, करौली, महुवा, सिकराय, दौसा, गंगापुर और निवाई की सीटों पर मंथन होगा.
उसी तरह टोंक, मसूदा, लाडनू, डीडवाणा, खींवसर, मारवाड़ जंक्शन, ओसियां, भोपालगढ़, फलोदी, लोहागढ़, शेरगढ़, शरदारपूरा, जोधपुर, लूणी, जैसलमेर, शिव, बाड़मेर, पचपदर, गुड्डा मालानी, भीनमाल, रानीवाड़, बांसवाड़ा, मांवली, वलबनगर, कपासन, बेगूं, डेगाना, भीम, शाहपुरा (जयपुर), हिण्डोली, केशोरायपाटन, पीपल्दा, कोटा उत्तर, लाडपुरा, रामगंज मंडी, अंता, किशनगंज और बारां-अटरू की सीटों को लेकर फैसला होगा.