जयपुर. प्रदेश में थड़ी-ठेलों को लेकर बीजेपी ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा (BJP Targets Gehlot Govt) है. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने शहरों में थड़ी ठेलों की लगातार बढ़ रही संख्या को चिंता का विषय बताया है. उन्होंने इन लोगों की नागरिकता की जांच करने की बात कही है.
थड़ी ठेलों की आड़ में बांग्लादेशी और रोहिंग्या :पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने प्रदेश के (Increasing Number of vendors in Rajasthan ) शहरों में बेतरतीब तरीके से बढ़ रही वेंडर्स की संख्या को लेकर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी की सरकार में वेंडर्स को लेकर एक पॉलिसी लाने को तैयार थी, लेकिन प्रदेश में सरकार बदलने के बाद गहलोत सरकार इस पॉलिसी को लेकर नहीं आई. थड़ी-ठेलों की आड़ में अब बांग्लादेशी और रोहिंग्या शहरों में अपना ठिकाना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि गृह विभाग को इन थड़ी-ठेला संचालकों की नागरिकता की जांच करानी चाहिए. यह ठेले वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशी हैं, जिनकी तादात पिछले चार साल में तेजी से बढ़ी है.
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कानून व्यवस्था का बड़ा खतरा :अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह से शहर में पिछले 4 साल में इन थड़ी ठेलों की (Bangladeshi and Rohingya in Rajasthan) संख्या बढ़ी है, ये चिंता का विषय है. शहरों में अव्यवस्थित बसे इन वेंडर्स के चलते यातायात तो प्रभावित हो ही रहा है. इसके साथ कानून व्यवस्था भी बड़ी चुनौति बन गई है. उन्होंने कहा कि इनमें से कई आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति भी हैं जो कानून व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं. इस गंभीरता को गहलोत सरकार नहीं समझ रही है.
निकायों में हो रहा दोहरा व्यवहार :भाजपा मुख्यालय पर प्रेसवार्ता में चतुर्वेदी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के जिन निकायों में भाजपा के बोर्ड हैं, उन निकायों के साथ सरकार दोहरा व्यवहार कर रही है. उन निकायों को राज्य सरकार की ओर से कोई आर्थिक मदद नहीं दी जा रही है. केंद्र सरकार से आने वाला पैसा ही उन्हें मिल पा रहा है. सरकार ने 4 साल में शहरी सरकारों की अनदेखी की है. शहरों में भी पार्षदों की बजाय कांग्रेस के हारे हुए विधायकों की सिफारिश पर काम करवाए जा रहे हैं.