जयपुर. गुलाबचंद कटारिया को असम के राज्यपाल मनोनीत करने के बाद अब कटारिया की जगह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को सदन में विपक्ष की तरफ से बोलने की जिम्मेदारी दी गई है. हालांकि कटारिया की जगह नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी कौन संभालेगा, इसको लेकर बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है.
विधानसभा में बजट पर बहस 16 को :मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 10 फरवरी को अपने तीसरे शासनकाल का आखिरी बजट पेश किया. अब बजट पर 16 फरवरी को सीएम गहलोत जवाब पेश करेंगे. सीएम के जवाब से पहले सदन में पक्ष और विपक्ष की ओर से बजट पर चर्चा हर दिन हो रही है. बजट पेश होने के बाद मुख्यमंत्री की ओर से बजट पर जवाब दिया जाता है. इसमें कई घोषणाएं भी की जाती हैं. सीएम के बजट रिप्लाई से पहले विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष अपनी बात रखते हैं. इसकी जिम्मेदारी अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को दी गई है.
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16 को कटारिया की विदाई और डिनर :विधानसभा के बजट सत्र के बीच ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल घोषित किया गया है. गुलाबचंद कटारिया का विदाई समारोह सीएम गहलोत के बजट पर जवाब देने वाले दिन ही होगा. 16 फरवरी को कटारिया को विधानसभा में उनकी विदाई पर डिनर दिया जाएगा, जिसमें सभी विधायकों के शामिल होने की संभावना है. कटारिया वर्तमान सदन के सबसे पुराने नेताओं में से एक हैं.
15 मार्च तक चल सकती है विधानसभा :सीएम गहलोत के बजट रिप्लाई के बाद 17 फरवरी को सदन में प्राइवेट बिल आएंगे. सदन में उप मुख्यसचेत महेंद्र चौधरी ने कार्यसलाहकर समिति की ओर से 35 वें प्रतिवेदन को रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया. प्रतिवेदन में 18 से 27 तक विधानसभा में अवकाश रहेगा. 28 फरवरी से 4 मार्च तक अनुदान की मांगों पर चर्चा होगी. 5 से 8 मार्च तक अवकाश रहेगा. 9,10 और 11 मार्च को फिर अनुदान मांगों पर चर्चा होगी. संभावना जताई जा रही है कि 15 मार्च तक विधानसभा चल सकती है.