जयपुर.प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरी तरीके से एक्टिव मोड में आ गई है. नए प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही अब नए तरीके के अभियान शुरू किए जा रहे हैं. रविवार को बीजेपी मुख्यालय पर प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें नमो वॉलिंटियर अभियान शुरू को लेकर चर्चा की गई. यह अभियान 10 अप्रैल तक राजस्थान के 200 विधानसभाओं में चलाया जाएगा. इसके जरिए सरकार की 4 साल की नाकामी को आम जनता तक पहुंचाया जाएगा.
नमो वॉलिंटियर अभियान :प्रदेश पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में आगामी कार्ययोजना के बारे में में विस्तार से चर्चा हुई. बैठक में अध्यक्ष सीपी जोशी ने बताया कि बीजेपी राजस्थान में अल्पकालीन विस्तारक शुरू करने जा रही है. इस अभियान में अल्पकालीन विस्तारकों को 'नमो वाॅलंटियर' नाम दिया गया है. अभियान के तहत 4 अप्रैल से 14 अप्रैल तक सामाजिक न्याय सप्ताह कार्यक्रम किया जाएगा. 6 अप्रैल को 1126 मंडलों पर भाजपा स्थापना दिवस मनाएगी.
इसके साथ ही 51 हजार 127 बूथों पर बूथ सशक्तिकरण अभियान चलाया जाएगा. प्रदेश के सभी शक्ति केन्द्रों पर 11 अप्रैल को ज्योतिबाफुले दिवस और 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती मनाई जाएगी. इसके साथ कमलोत्सव अभियान की भी शुरुआत की जाएगी, जिसमें भाजपा कार्यकर्ता गांव-गांव ढाणी-ढाणी जाकर पार्टी का प्रचार प्रसार करेंगे और केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनजन तक पहुंचाएंगे.
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गहलोत करते हैं तुष्टिकरण की राजनीति :सीपी जोशी ने कहा कि आगामी दिनों में भाजपा जिलों में जन आक्रोश के माध्यम से कांग्रेस सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में किए गए जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करेगी. पेपर लीक, बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था, बेलगाम अपराध, महिला सुरक्षा, 2018 के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने किसानों की कर्जमाफी सहित कई वादे जनता के समक्ष रखेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा बांटने की राजनीति की है. 1984 में सिख भाई-बहनों का नरसंहार कांग्रेस के शासन में हुआ. आतंकवादियों को प्रश्रय व सरंक्षण कांग्रेस सरकार के समय हुआ.
उन्होंने आरोप लगाया कि शांतिप्रिय राजस्थान में साढ़े चार वर्ष में सौहार्द बिगाड़ने वाले लोगों को सरकार संरक्षण दे रही है. खत्म होते जनाधार के कारण मुख्यमंत्री गहलोत कभी तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, कभी खालिस्तान की बात करते हैं. मुख्यमंत्री गहलोत 2023 के विधानसभा चुनाव में 156 सीट जीतने की बात करते हैं, जबकि कांग्रेस के विधायक, मंत्री साढ़े चार साल के कार्यकाल पर प्रश्न चिह्न उठा चुके हैं. सरकार दोबारा बनने की संभावना ही नहीं है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिछले कार्यकाल में कांग्रेस सिर्फ 21 और 56 विधानसभा की सीटें ही जीत पाई. राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार को 2023 के विधानसभा चुनाव में जवाब देगी, भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलेगा.
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गहलोत देश विरोधियों के समर्थक :प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार देश विरोधियों का समर्थन करने वालों को संरक्षण देती है. साढ़े चार सालों में प्रदेश खनन माफियाओं को गढ़ बन चुका है. बिगड़ी कानून व्यवस्था के कारण प्रदेश में अपराध चरम पर पहुंच चुका है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की गहलोत सरकार युवा विरोधी, महिला विरोधी, किसान विरोधी और दलित विरोधी सरकार है. भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी, विधायक, सांसद एवं जनप्रतिनिधि एवं सभी कार्यकर्ता चुनावी वर्ष में पूरी एकजुटता के साथ मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने वाले हैं. सड़क से लेकर सदन तक प्रदेश की 8 करोड़ जनता के हितों की आवाज को बुलंद करेंगे और कांग्रेस को 2023 में सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे.
ये रहे मौजूद :भाजपा प्रदेश कार्यालय पर प्रदेश पदाधिकारी बैठक में भाजपा जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, प्रदेश मोर्चा अध्यक्षों को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह एवं संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर ने संबोधित किया. बैठक में प्रदेश सह-प्रभारी विजया रहाटकर, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, मदन दिलावर, सुशील कटारा मौजूद रहे.