जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने कार्यकाल के आखिरी बजट के जरिए हर व्यक्ति को कुछ न कुछ देने की कोशिश की है, लेकिन विपक्ष में बैठी बीजेपी को यह बजट रास नहीं आ रहा है. विपक्ष ने कहा कि चुनाव के चलते घोषणाओं का अंबार लगा दिया गया है. पूरा बजट कपोल कल्पित है. केंद्र सरकार के दम पर यह बजट पेश किया गया. यह बजट खोदा पहाड़ निकली मरी हुई चुहिया वाला है.
चुनाव के चलते घोषणाओं का अंबार
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने बजट पेश होने के बाद प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जो मुख्यमंत्री बैग से निकालकर पुराना बजट पढ़ना शुरू कर दे, वह फिर बजट की पवित्रता को नहीं समझता है. यह बजट का अपमान है. कटारिया ने कहा कि बजट में सिर्फ और सिर्फ घोषणाओं का अंबार लगाया गया है. पिछले बजट की घोषणाएं पूरी नहीं हुईं और चुनाव को देखते हुए फिर बड़ी-बड़ी घोषणाओं कर दी गईं. उन्होंने कहा कि बिना बजटीय प्रावधान के घोषणा करना सीएम का स्वभाव बन गया है. आज कमाई का पैसा तो सरकार के पास नहीं है लेकिन घोषणाएं करते जा रहे हैं.
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कर्ज 6 लाख करोड़ से ज्यादा का हो गया
कटारिया ने कहा कि 5 लाख 79 हजार करोड़ का घाटा सरकार ने माना है. योजनाओं की घोषणा की लेकिन पैसा कहां है. सरकार केवल और केवल कर्ज पर डिपेंड है. राजस्थान पर यह बजट का कर्ज 6 लाख करोड़ से ऊपर जायगा. कर्ज लेकर सरकार घोषणाएं कर रही है. यह बजट घोषणाएं जमीन पर नहीं उतरेंगी. सिर्फ जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है. कटारिया ने कहा यह घोषणाएं केवल दिखावटी हैं और धरातल पर नहीं उतर सकतीं. राजस्थान आज कर्ज में है और अब और भी ज्यादा डूबेगा.