डोटासरा के बयान पर राठौड़ का पलटवार जयपुर. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीच सियासी बयानबाजी लगातार जारी है. डोटासरा के बयान पर राठौड़ ने कहा कि वह जिस तरह से मेरे निजी जीवन पर बयान दे रहे हैं वह एक पार्टी के प्रमुख पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता है. डॉक्टर बता रहे थे कि जिम्मेदार पद पर बैठा हुआ व्यक्ति इस तरह की बयान बाजी तब करता है जब वो सेकेंड बिहेवियर डिसॉओर्डर (एसबीडी) से ग्रसित हो. वहीं उपनेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया ने डोटासरा को मानसिक रूप से विचलित बताते हुई, बीजेपी की सरकार बनने पर उनके इलाज के लिए अलग से विभाग खोलने की बात तक कह दी.
डोटासरा सैकिंड बिहेवियर डिसॉओर्डर से ग्रसित :नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि डोटासरा मेरे अच्छे मित्र हैं इसलिए मैं उनके किसी बयान पर जवाब नहीं देता हूं. लेकिन मैंने कुछ मनोचिकित्सक से सलाह ली कि आखिर जिम्मेदार पदों पर बैठा हुआ व्यक्ति इस तरह से किसी के निजी जीवन पर बयान कैसे दे सकता है. इसको लेकर उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को एसबीडी यानी सेकंड बिहेवियर डिसऑर्डर बीमारी हो जाती है. जिसकी वजह से वह अपनी जिम्मेदारी को भूल जाते है और इस तरह के बयान देते हैं. राठौड़ ने आगे कहा कि डोटासरा मेरे अच्छे मित्र है वह मेरी बहुत चिंता करते है. लेकिन मुझे भी चिंता है कि वो बीमारी इस तरह की गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गए. अब इन हालातों में वो कोई बयान दे रहे हैं तो मुझे उनपर कोई टिप्पणी नहीं करनी है. लेकिन जब भी मौका आएगा और सही वक्त आएगा तब मैं उसका जवाब जरूर दूंगा.
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डोटासरा मानसिक तौर पर विचलित :डोटासरा की ओर से राजेंद्र राठौड़ को लेकर दिए जा रहे बयानों पर उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने भी पलटवार किया. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और जितने भी कांग्रेस के नेता है वह रामलीला के पात्र की तरह काम कर रहे हैं. इस तरह के बयान देने से गंभीरता नजर नहीं आती है. इससे लगता है कि जिस पार्टी के मुखिया इस तरह के बयान दे रहे हैं उस पार्टी की सरकार में भी कितनी गंभीरता होगी. सरकार पर पार्टी में गंभीरता होनी चाहिए. इस तरह से सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करने से गंभीरता नजर नहीं आती है. इस तरह की हरकत जब आदमी मानसिक रूप से बहुत ज्यादा विचलित होता है तभी करता है. पूनिया ने कहा जब हमारी सरकार आएगी तो हम इस तरह के मानसिक रूप से विचलित नेताओं के उपचार के लिए अलग से विभाग खोलेंगे.
ये कहा था डोटासरा ने :बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दो दिन पहले नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के निजी जीवन पर बयान देते हुए कहा था कि राठौड़ रात 8 बजे के बाद महफिल करते हैं. उसके बाद वो मुख्यमंत्री बन जाते हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बंगले के पीछे ही उनका बंगला है. बंगले पर रात को 8 बजे के बाद गाना गाते हैं. सामने वाले बंगले में चांद का टुकड़ा बैठा है. हमने उनसे विधानसभा में आग्रह भी किया था कि एक बार गाना गाकर सुनाए, लेकिन राठौड़ साहब शरमा गए और कहा कि वो तो 8 बजे का टाइम ही न्यारा होता है. इतना ही नही डोटासरा ने आगे कहा कि वो 8 बजे के बाद मंच से नहीं बोल सकते हैं. मैं तो सादा आदमी हूं, मैं कोई महफिल नहीं करता, मैं तो किसान का बेटा हूं, मास्टर का बेटा हूं, मैं तो बोल सकता हूं.