कचरे के ढेर में मिली करोड़ों रुपए के लेनदेन की पर्चियां जयपुर. चुनावी माहौल में राजधानी जयपुर में मंत्री जाहिदा खान के बंगले के पास कूड़े के ढेर में लेनदेन की पर्चियां और नोटों की गड्डियों के रैपर मिलने के बाद सियासी पारा चढ़ गया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. साथ ही भ्रष्टाचार के मामलों में जांच को प्रभावित करने और सबूतों को खुर्दबुर्द करने के गंभीर आरोप भी लगाए हैं. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस का भ्रष्टाचार अब कूड़े के ढेर तक पहुंच चुका है, नोटों के ऊपर लगने वाली पर्चियों में भ्रष्टाचार छिपा है और अब सरकार के कारनामों की पोल खुल रही है. आदर्श आचार संहिता लगने के बाद प्रदेश में लॉकर सोना और नकदी उगल रहे हैं. इन पांच सालों में कांग्रेस सरकार ने खुली लूट मचाई है उसके सबूत अब कचरे के ढेरों में भी पाए जा रहे हैं. वहीं, बजाज नगर पुलिस ने मामले की जांच करते हुए स्पष्ट किया है कि नोटों पर लगने वाले रैपर बैंक के कचरे से बाहर आए थे.
सबूतों को खुर्दबुर्द करने का पूरा प्रयासःलक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार का इसे बड़ा क्या सबूत होगा कि मंत्री के बंगले के पास कूड़े के ढेर में लेनदेन की पर्चियां और नोटों की गड्डियों के रैपर मिल रहे हैं. भारद्वाज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार सबूतों को खुर्दबुर्द करने का पूरा प्रयास कर रही है. पेपर लीक प्रकरण के अभियुक्तों के खिलाफ सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है. केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच में हर दिन नकदी और सोना पकड़ा जा रहा है. एक आरोपी की प्रेमिका के आंगन की खुदाई में नकदी और सोना पकड़ा गया है. दूसरी ओर गोपाल केसावत के मामले में सरकार ने भ्रष्टाचार की धाराएं हटाकर चालान पेश किया, लेकिन कोर्ट ने अब इस मामले में भ्रष्टाचार की धाराओं को दोबारा जोड़ने के आदेश जारी किए हैं.
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निष्पक्ष जांच होःलक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि कचरे के ढेर में जो पर्चियां मिली हैं, उनकी निष्पक्ष जांच हो. हम यह भी जानना चाहते हैं कि उस कचरे के ढेर के पास जिस मंत्री का मकान है उसकी इसमें क्या भूमिका है? पूर्व में योजना भवन में 2.31 करोड़ की नकदी और सोना मिला था. इस मामले में चार माह से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी अभी तक किसी बड़े आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. राज्य सरकार की जांच एजेंसियों ने जो जांच की है, उसमें एक छोटे से कर्मचारी को आरोपी बनाया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी तक इस जांच के घेरे से कोसों दूर हैं. इतनी बड़ी मात्रा में मिला सोना और नकदी एक कर्मचारी का नहीं हो सकता. इसके पीछे सरकार में बैठे लोगों की सरपरस्ती है. प्रदेश में लगातार इस कदर सोना और नकदी मिलना प्रदेश सरकार के सिस्टम का फेल्यर है.
जल जीवन मिशन योजना में भी जमकर घोटाले : भारद्वाज ने कहा कि आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के मामले में भी राज्य सरकार की जांच एजेंसियों ने सही तरीके से जांच नहीं की, वरना पेपर लीक मामले से जुड़े अन्य तथ्य भी सामने आते. साथ ही सरकार में बैठे मुख्य आरोपी पकड़ में आते. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में जल जीवन मिशन योजना में भी जमकर घोटाले किए गए. इसके बावजूद राज्य सरकार की एजेंसी जांच में किसी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाई. अब इस योजना में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही हैं. जांच में आए दिन अधिकारियों के यहां से सोना और नकदी बरामद हो रही है. उन्होंने कहा कि ईडी को गणपति प्लाजा के लॉकर से भी सोना और नकदी बरामद हुई है.
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मंत्री के बंगले के पास मिली थी पर्चियां, पुलिस ने कही ये बातःबता दें कि बुधवार को सुबह राजधानी जयपुर के बजाज नगर एरिया में मंत्री जाहिदा खान के घर के पास कचरे के ढेर में करोड़ों रुपए के लेनदेन की पर्चियां और नोटों की गड्डियों के रैपर मिलने से हड़कंप मच गया. कई सारे रैपर और पर्चियां देखकर मॉर्निंग वॉक पर निकले लोग रुक गए, लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की तो कुछ पर्चियों पर एयू बैंक और यूनियन बैंक की मोहर लगी थी. जहां पर करोड़ों रुपए के लेनदेन की पर्चियां मिली, वहां पास में ही शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान का निजी आवास है. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए. मामले में पुलिस ने जांच की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. बजाज नगर पुलिस के मुताबिक मंत्री जाहिदा खान के घर के पास बैंक है. बैंक कर्मचारियों ने बैंक का कचरा बाहर फेंका था. कचरे में ही नोटों के बंडल पर लगने वाले बैंक के कागज के रैपर भी मौजूद थे. पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नोटों पर लगने वाले रैपर बैंक के कचरे से बाहर आए थे.