पाक विस्थापितों के घर पर बुलडोजर चलाने का मामला जयपुर. जोधपुर के बाद अब जैसलमेर में भी पाक विस्थापितों के घर पर यूआईटी का बुलडोजर चला है. एक के बाद एक पाक विस्थापितों के मकान तोड़ने की इस कार्रवाई पर अब बीजेपी आक्रामक हो गई है. बुधवार को बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने पार्टी मुख्यालय पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि पड़ोसी मुल्क से प्रताड़ित होकर जो अपने घर में आए हैं, उनके साथ सरकार का इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कांग्रेस ने बीजेपी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी को झूठे आंसू बहाने की जरूरत नहीं.
यूआईटी की कार्रवाई शर्मनाक :बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने पाक विस्थापितों के मकान तोड़े जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में उत्पीड़न के कारण हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध धर्मावलंबी भारत आ रहे हैं. उनकी नागरिकता का द्वार खोलने का काम मोदी सरकार कर रही है. दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के गृह जिले में पाक विस्थापितों के मकान तोड़कर उन्हें बेघर करने का काम किया गया है. इसके बाद जैसलमेर में भी यूआईटी ने पाक विस्थापितों के घरों पर बुलडोजर चलाया है.
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उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के चलते इन्हें नागरिकता नहीं मिल पाई है. ऐसे में सरकार इन्हें संरक्षण देने के बजाए उन्हें घरों से बेदखल कर रही है. चतुर्वेदी ने कहा कि इन लोगों के साथ जिस तरह का उत्पीड़न पाकिस्तान में हुआ उसी तरह का उत्पीड़न राजस्थान की गहलोत सरकार भी कर रही है. इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है, इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जल्द ही इस को लेकर आंदोलन की रणनीति पर चर्चा होगी.
कांग्रेस सरकार का क्रूर रवैया :जैसलमेर में पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों के घरों पर बुलडोजर चलने के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सरकार को आड़े हाथों लिया. राठौड़ ने कहा कि जोधपुर के बाद जैसलमेर में हिंदू शरणार्थियों के मकानों को तोड़ना क्रूर रवैया है. उन्होंने अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस भीषण गर्मी में बेसहारा हिंदू शरणार्थी सड़कों पर तड़प रहे हैं. किसके आदेश पर यह कदम उठाया गया?
उपनेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया ने भी ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि तुष्टीकरण के सरताज गहलोत सरकार ने पहले जोधपुर और अब जैसलमेर में भी पाक-विस्थापित हिंदू शरणार्थियों के घरों पर बुलडोजर चलवा कर उन्हें पुनः बेघर कर दिया. इस अमानवीय और असंवेदनशील कृत्य के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत न जाने किसे और क्या संदेश देना चाहते हैं. मुखिया तुष्टीकरण की राजनीति बंद करें और पुनः इन हिंदुओं के बसने की व्यवस्था करें.
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बीजेपी झूठे आंसू नहीं बहाए :प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा को अगर पाक विस्थापित से सिंपथी है तो उनको आज तक नागरिकता क्यों नहीं दी गई?. केंद्र में सरकार उनकी है, नागरिकता देने का काम भी केंद्र सरकार का ही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इतने सालों के बाद भी आवेदन करने पर भी नागरिकता क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई अनुचित कार्रवाई हुई है तो दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होगी, लेकिन बीजेपी को इस तरह से झूठे आंसू बहाने की जरूरत नहीं है.
कांग्रेस के डीएनए में तुष्टीकरण :भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने जैसलमेर में पाक विस्थापित हिंदू शरणार्थियों के घरों पर अतिक्रमण के नाम पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि कांग्रेस का डीएनए में ही तुष्टीकरण है. जोधपुर के बाद जैसलमेर में पाक विस्थापित हिंदू शरणार्थियों के घरों पर बुलडोजर चलाना सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है. जयपुर बम विस्फोट के आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में कमजोर पैरवी कर उन्हें आजाद करने का प्रयास करते हैं. अगर हिम्मत है तो उनके घरों को बुलडोजर से तोड़कर दिखाए कांग्रेस सरकार. पाक विस्थापित हिंदू परिवार भारत में अपनी सुरक्षा और पनाह ढूंढने आए हैं, उन्हें स्थापित और सहयोग करने की बजाय अतिक्रमण बताकर उनके आशियाने को उजाड़ना मानवता नहीं है.
ये हुई घटना :बता दें कि जैसलमेर में यूआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर से सटे अमरसागर ग्राम पंचायत के पास पाक विस्थापितों के घरों पर बुलडोजर चला दिया था. इस कार्रवाई में 40 घरों को जमींदोज कर दिया गया. इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा. यूआईटी के अधिकारियों का कहना है कि पहले ही इन मकानों को अतिक्रमण के चलते चिन्हित कर दिया गया था और अतिक्रमण हटाने की सूचना भी दे दी गई थी.