जयपुर.कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी कम्यूनिकेशन जयराम रमेश ने सोमवार को साफ कर दिया कि पायलट गहलोत के बीच पॉलिटिकल लड़ाई नहीं (No political fight between Pilot Gehlot) है. हालांकि दोनों नेताओं के बीच मतभेद को उन्होंने स्वीकार जरूर किया है. आपको बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा चल रही है, जिसमें गहलोत और पायलट अपने तमाम मसलों के बावजूद राहुल गांधी के साथ कदमताल करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
राजस्थान में यात्रा आने से पहले हालात यह थे कि दोनों नेता एक दूसरे से बात करना तो दूर एक दूसरे के साथ बैठना भी नहीं चाहते थे, वहीं दोनों नेता भारत जोड़ो यात्रा को लेकर हुई बैठकों में पहले साथ दिखाई दिए और फिर एकजुटता का संदेश भी दिया. रविवार को भी हिमाचल प्रदेश के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में गहलोत और पायलट एक ही विमान में सवार होकर शिमला पहुंचे. ऐसा लग रहा है कि राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा का असर गहलोत पायलट के रिश्तों पर (Bharat Jodo Yatra Effect on Gehlot Pilot relation) भी दिखाई दे रहा है और यही कारण है कि जयराम रमेश ने आज एक बार फिर यह दोहराया कि दोनों नेता अपनी-अपनी विशेषताएं रखते हैं और दोनों ही पार्टी के लिए जरूरी हैं.
जयराम रमेश ने कहा कि राजस्थान की पॉलिटिकल लड़ाई में कोई महिला शामिल नहीं है और गहलोत पायलट के बीच कोई लड़ाई नहीं है, कुछ मतभेद हैं. रमेश ने कहा कि राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में कहा था कि दोनों पार्टी के लिए ऐसेट हैं, एक अनुभवी, वरिष्ठ, एक्सपीरियंस गहलोत और दूसरी तरफ एक युवा, लोकप्रिय, काफी ऊर्जावान पायलट, दोनों पार्टी के लिए जरूरी हैं. जयराम रमेश ने कहा कि मैंने भी कहा है और राहुल गांधी ने भी दोहराया है कि दोनों पार्टी के लिए जरूरत है. रमेश ने रविवार को गहलोत पायलट के शिमला साथ जाने का जिक्र करते हुए कहा कि कल जो मैंने देखा है उससे यह साफ हो जाना चाहिए कि भारत जोड़ो यात्रा का असर राजस्थान की कांग्रेस की राजनीति पर सकारात्मक (Bharat Jodo Yatra Effect on Gehlot Pilot relation) हुआ है. गहलोत पायलट दोनों के कुछ विशेष एक्सपीरियंस हैं, उनकी क्षमता है. दोनों कल शिमला में भी थे और राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में चल भी रहे हैं. दोनों के बीच एक नया तालमेल दिखाई दे रहा है. 2023 के चुनावों तक भी यह गठबंधन जारी रहेगा और राजस्थान में अब कांग्रेस जुड़ गया है.