जयपुर. प्रदेश में बिजली आपूर्ति को लेकर भजन लाल सरकार गंभीर है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम भजन लाल शर्मा ने विभागों के लिहाज से पहली बैठक ऊर्जा विभाग की ली. बैठक में भजन लाल ने कहा कि आमजन को सस्ती और निर्बाध बिजली आपूर्ति राज्य सरकार की प्राथमिकता है. इसके लिए दीर्घकालीन आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर कार्ययोजना बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि राज्य में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं. इनका विस्तृत अध्ययन कर योजना बनाई जाए.
बिजली की मांग को ध्यान में रख बने कार्ययोजना:सीएम भजन लाल ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राज्य में बिजली की मांग और आवश्यकता के बारे में विस्तृत कार्य-योजना बनाएं. उन्होंने कहा कि अधिकारी बिजली आपूर्ति की सतत मॉनिटरिंग करें और जनप्रतिनिधियों, विभागीय कर्मचारियों एवं आमजन से समय-समय पर फीडबैक लें. शर्मा ने विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिजली लाइनों में सुधार, नए ट्रांसफार्मर और जीएसएस स्थापित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कम्पनियां बिजली छीजत घटाने को प्राथमिकता देते हुए इसे न्यूनतम करने का लक्ष्य प्राप्त करें.
पढ़ें:गहलोत सरकार जाते ही बरकतुल्लाह खान स्टेडियम का बिजली कनेक्शन कटा, यह है पूरा मामला
विद्युत उत्पादन क्षमता को बढ़ाया जाए: मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य की विद्युत उत्पादन क्षमता को बढ़ाया जाए ताकि हमें कम मात्रा में बिजली खरीद करनी पड़े. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और कोल इंडिया को पर्याप्त कोयला आपूर्ति के लिए पत्र लिखकर समन्वय स्थापित किया जाए तथा अधिकारी सुनिश्चित करें कि राज्य को न्यूनतम मूल्य पर बिजली आपूर्ति हो. बैठक में विभागीय अधिकारियों ने बिजली उत्पादन तथा निर्बाध आपूर्ति के संबंध में सुझाव दिए. इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा भास्कर ए सावंत, राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आशुतोष एटी पेडणेकर एवं ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.