जयपुर. बाड़मेर में एक वृद्धाश्रम पर की गई कार्रवाई और तोड़फोड़ के विरोध में संत दयालपुरी मंगलवार को जयपुर में पानी की टंकी पर चढ़ गए. उन्होंने उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से करवाने की मांग की और टंकी से उतरने से इनकार कर दिया. इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए. जानकारी मिलने पर पुलिस और रेस्क्यू दल भी मौके पर पहुंचा. बाद में पुलिस ने समझाइश कर संत दयालपुरी को पानी की टंकी से नीचे उतारा.
दरअसल, संत दयालपुरी बाड़मेर के रहने वाले हैं और वे जयपुर में डेहर के बालाजी के पास पानी की टंकी पर चढ़ गए. उन्होंने बताया कि बाड़मेर के मगरा इलाके में सार्वजनिक वृद्धाश्रम पर प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में और भूमाफिया को फायदा पहुंचाने के लिए काम करते हुए कार्रवाई की है. इस वृद्धाश्रम को दोबारा बनवाने की मांग को लेकर वे टंकी पर चढ़ गए.
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सीएम से मिलने के लिए 2 साल से काट रहे चक्कर : संत दयालपुरी का कहना है कि वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के लिए पिछले दो साल से बाड़मेर-जयपुर के बीच चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अधिकारी उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने तक नहीं देते हैं. पहले उन्होंने सीएम से मुलाकात का आश्वासन मिलने तक नीचे नहीं उतरने की बात कही. हालांकि, बाद में वे पुलिस की समझाइश पर नीचे उतरे.
पांच बीघा जमीन देने की मांग : संत दयालपुरी ने मांग रखी कि हटाए गए वृद्धाश्रम के एवज में अविलंब बालोतरा में पांच बीघा जमीन दी जाए और निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की जाए. इसके साथ ही उन्होंने बाड़मेर-जैसलमेर नेशनल हाईवे पर सरकारी कार्यालयों के लिए आरक्षित जमीन पर अवैध अतिक्रमण को हटाने की भी मांग रखी. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाकर जमीन पर तारबंदी की जाए और सार्वजानिक संपत्ति का बोर्ड भी लगाया जाए.