राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

जयपुर पुलिस के हत्थे चढ़े 6 नकली पुलिसकर्मी, आरोपियों में खो-खो का गोल्ड मेडलिस्ट भी शामिल

जयपुर की करधनी थाना पुलिस ने (kardhani police station in jaipur) पुलिसकर्मी बनकर डकैती की कोशिश करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने शुक्रवार को इस गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. डकैती डालने वाले 4 आरोपियों के साथ बदमाशों को शरण देने वाले दो आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

जयपुर पुलिस के हत्थे चढ़े 6 नकली पुलिसकर्मी
जयपुर पुलिस के हत्थे चढ़े 6 नकली पुलिसकर्मी

By

Published : Sep 23, 2022, 8:38 PM IST

जयपुर.राजधानी जयपुर की करधनी थाना पुलिस ने (kardhani police station in jaipur) पुलिसकर्मी बनकर डकैती की कोशिश करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने शुक्रवार को इस गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया. डकैती डालने वाले 4 आरोपियों के साथ बदमाशों को शरण देने वाले दो आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की शिनाख्त संजीव मीणा उर्फ संजय मीणा, सरताज, शाहरुख, विकास, पवन मीणा और प्रमोद जाटव के तौर पर हुई है. इन सबके बीच चौंकाने वाली बात यह है कि इस वारदात में राष्ट्रीय स्तर पर खो-खो में गोल्ड मेडल जीतने वाला संजय मीणा भी शामिल था. पुलिस ने बताया कि आरोपी संजय मीणा 16 बार नेशनल खो-खो प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुका है.

डीसीपी वेस्ट वंदिता राणा के मुताबिक बीते 13 सितंबर को शीतल रेजिडेंसी में हथियारों की नोक पर महिला को घर में बंधक बनाकर डकैती की वारदात का प्रयास किया गया था. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल में आरोपियों का गुनाह सामने आया. सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने पाया कि आरोपी एक कार में आए थे. जिन्होंने हथियार दिखाकर मकान मालिक भंवर सिंह की पत्नी बृजेश कवर को बंधक बना वारदात को अंजाम देने की कोशिश की थी.

वहीं, पीड़िता की ओर से दर्ज शिकायत में इस बात का भी जिक्र किया गया था कि एक शख्स पुलिस की वर्दी में घर के गेट आया था. उसने महिला से पीने का पानी मांगा और कुछ देर बाद उसके दो अन्य साथी वहां आए और पीड़िता को धक्का देकर घर में आ घुसे. इस दौरान आरोपियों ने महिला के साथ हाथापाई भी की और पिस्टल से गोली मारने की कोशिश की. इस बीच महिला के शोर मचाने और पालतू कुत्ते के हमले से आजिज आकर बदमाश मौके से फरार हो गए थे.

पढ़ेंः दौसा: फर्जी पुलिसकर्मी बनकर रुपए ऐंठने के आरोप में दो गिरफ्तार

पुलिस ने खंगाले 1000 सीसीटीवी कैमरे:पुलिस ने बताया कि आरोपियों तक पहुंचे के लिए पुलिस को करीब 1000 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल करनी पड़ी, जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी संभव हो सकी. पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान मामले में संजीव उर्फ संजय मीणा की संलिप्ता की बात सामने आई, जिसने अपने 5 साथियों के साथ मिलकर फुलेरा में 5 दिनों तक डेरा डाल पीड़िता के घर की रेकी की थी. इधर, पुलिस ने सबसे संजय मीणा को डिटेन किया था और उससे पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की गई.

पढ़ेंः फर्जी पुलिसकर्मी बन रुपए दोगुना करने का झांसा देने वाली गैंग का पर्दाफाश...7 गिरफ्तार, लाखों रुपये बरामद

करधनी थाना अधिकारी बीएल मीणा ने बताया कि पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि इस वारदात का असल मास्टरमाइंड गोपाल और विक्की उर्फ विकास था. जिसके इशारे पर अन्य सभी आरोपी इस अपराध की घटना को अंजाम देने में लगे थे. बता दें कि विक्की उर्फ विकास हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है. उसकी संजय मीणा से दोस्ती होने की वजह से संजय को उसने इस काम में शामिल किया था. वहीं, शाहरुख, सरताज और प्रमोद उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. शाहरुख और विकास ने दो साल पहले जयपुर में ज्वेलरी शोरूम में लूट की थी, लेकिन पकड़े जाने पर इन दोनों को जेल भेज दिया गया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details