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Election and ED Action : 6 महीने में 13 बार छापेमारी और पूछताछ, करोड़ों का गोल्ड-कैश जब्त

राजस्थान विधानसभा चुनाव की गहमा-गहमी के बीच जितनी चर्चा राजनीतिक पार्टियों की टिकट सूची की है, उतनी ही चर्चा इन दिनों ईडी की छापेमारी की है. आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. चुनावी साल में जून से अब तक ईडी ने 13 बार छापेमारी और पूछताछ की है, जबकि अलग-अलग मामलों को लेकर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

Election and ED Action
चुनावी साल और ईडी की सक्रियता

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 5, 2023, 12:12 PM IST

जयपुर. विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच जितनी चर्चा राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की सूची और उनके दावों-वादों की है, कमोबेश उतनी ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी और पूछताछ की कार्रवाई सुर्खियों में है. राजस्थान की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के तमाम नेता ईडी की छापेमारी की टाइमिंग पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जबकि विपक्षी दल भाजपा इन कार्रवाइयों का हवाला देकर कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे होने के आरोप लगा रही है.

इस बीच अगर गौर करें तो विधानसभा चुनाव से ठीक छह महीने की अवधि में ईडी ने राजस्थान में करीब 13 बार छापेमारी और पूछताछ की है और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, ईडी कांग्रेस नेताओं, उनके परिजनों, सरकार के नजदीकी अफसरों और उनके खास माने जाने वाले लोगों पर लगातार शिकंजा कसती जा रही है. गौर करने वाली बात यह भी है कि ईडी किसी एक मामले को लेकर नहीं, बल्कि चार मामलों में नियमित अंतराल पर कार्रवाई कर रही है. इनमें जल जीवन मिशन घोटाला, पेपर लीक, DoIT विभाग के बेसमेंट में गोल्ड-कैश मिलने का मामला और होटल समूहों के जरिए कथित रूप से कालेधन को सफेद करने का मामला प्रमुख है. DoIT में गोल्ड-कैश और पेपर लीक मामले को लेकर ईडी ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है.

चुनावी साल और ईडी की सक्रियता...

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हालांकि, ये सभी पांच आरोपी ऐसे हैं, जिन्हें इन्हीं मामलों में राजस्थान की पुलिस, एसीबी या एसओजी पहले गिरफ्तार कर चुकी है. एक और खास बात यह भी है कि जल जीवन मिशन के कामों में गड़बड़ी, DoIT में गोल्ड-कैश मिलने का मामला हो या पेपर लीक का प्रकरण. इनमें पहले प्रदेश की पुलिस या एसीबी ने कार्रवाई की. इसके बाद इन सभी मे मनी लॉन्ड्रिंग के मद्देनजर ईडी ने जांच शुरू की है.

कब और कहां हुई कार्रवाई

इन दो मामलों में पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार :

  1. पेपर लीक मामले में 21 जून को ईडी ने रामकृपाल मीणा को गिरफ्तार किया. सात दिन तक पूछताछ की.
  2. DoIT में गोल्ड-कैश मिलने के मामले में जॉइंट डायरेक्टर वेदप्रकाश को 09 अगस्त को गिरफ्तार किया.
  3. 15 सितंबर को पेपर लीक के आरोपी बाबूलाल कटारा और अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को गिरफ्तार कर तीन दिन के रिमांड पर लिया.
  4. 9 अक्टूबर को पेपर लीक मामले में भूपेंद्र सारण को गिरफ्तार किया.

संपत्ति जब्त की, सर्च में मिला नकदी और सोना :

  1. पेपर लीक मामले के आरोपियों बाबूलाल कटारा, सुरेश विश्नोई, सुरेश ढाका, भूपेंद्र सारण और अनिल मीणा की 3.11 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की.
  2. जल जीवन मिशन घोटाले को लेकर रिटायर्ड आरएएस अधिकारी और प्रोपर्टी कारोबारी के घर से 2.32 करोड़ नकद और एक किलो सोना जब्त किया.
  3. जल जीवन मिशन घोटाले में 12 सितंबर को दो लॉकर्स से 5.86 करोड़ का 9.5 किलो सोना जब्त किया.
  4. 13 सितंबर को DoIT गोल्ड-कैश मामले में 17 ठिकानों पर छापेमारी कर 3.21 करोड़ का 5.3 किलो सोना जब्त किया.

सीएम के बेटे से पूछताछ, डोटासरा के बेटों को नोटिस : ईडी ने 30 सितंबर को दिल्ली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत से पूछताछ की. मॉरीशस के रास्ते कालेधन को सफेद करने के आरोपों के चलते यह पूछताछ की गई. इसके बाद 1 नवंबर को ईडी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के दो बेटों को नोटिस देकर दिल्ली तलब किया. उनसे 7 और 8 नवंबर को दिल्ली में पूछताछ होगी. इसके अलावा जल जीवन मिशन घोटाले को लेकर आईएएस सुबोध अग्रवाल और मंत्री महेश जोशी के ओएसडी संजय अग्रवाल से भी दिल्ली में पूछताछ की जा सकती है.

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