जयपुर. राहुल गांधी के साथ मुलाकात में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पांडुचेरी के मुख्यमंत्री होंगे. सोमवार को ट्वीट करके करते हुए गहलोत ने लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी को सामूहिक बताया.
ट्वीट कर उन्होंने कहा कि हम सभी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ हैं. हम पहले भी यह कह चुके हैं कि हार की जिम्मेदारी सामूहिक है और अब दोबारा कहते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जो हार हुई है उसकी जिम्मेदारी सामूहिक है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार कॉन्ग्रेस की योजनाओं नीतियों की वजह से नहीं हुई हैं. यह कांग्रेसी विचारधारा की हार नहीं हैं.
ट्वीट में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को सिर्फ राहुल गांधी ही नेतृत्व कर सकते हैं. 2019 का चुनाव कांग्रेस की कार्यक्रम, नीति और विचारधारा की हार नहीं थी. हालाँकि, यह देखना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था कि घटती अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न मोर्चों पर मोदी सरकार की विफलता के बावजूद बीजेपी ने अपने कट्टर राष्ट्रवाद के पीछे अपनी भारी असफलताओं को छिपाया. भाजपा द्वारा चुनाव जितने के लिये काफी सारी सरकारी संसाधनों की मदद ली गयी, लेकिन तमाम बाधाओं के बावजूद, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस चुनाव में कई मुद्दों पर लड़ाई की.
गौरतलब है कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही हैं जब पार्टी में गांधी की भविष्य की भूमिका पर रहस्य बना हुआ है और विभिन्न स्तरों पर पद से त्यागपत्र देने वालों की झड़ी लगी हुई है.