जयपुर. आचार संहिता के ठीक पहले रविवार देर शाम अशोक गहलोत मंत्रिमंडल की बैठक हुई. इस बैठक के बाद खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और मंत्री ममता भूपेश ने महत्वपूर्ण फैसलों के बारे में मीडिया को जानकारी दी. ढाई घंटे तक चली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. इस दौरान एनटीपीसी को जमीन आवंटन किया गया, वहीं कई समाजों के लिए भी जमीन का आवंटन किया गया. इस बैठक में तय किया गया की महापुरुषों के नाम पर स्कूल और कॉलेज का नाम होगा. अक्षय ऊर्जा नीति और मजदूरों की ठेका नीति को लेकर भी सरकार ने बैठक में बड़ा फैसला लिया है. मंत्रिमंडल ने प्राकृत भाषा साहित्य अकादमी के गठन का फैसला लिया. इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विजन 2030 को लेकर बातचीत की. बैठक के दौरान खाजूवाला और छतरगढ़ के बीकानेर में रखने को लेकर फैसले के लिए मुख्यमंत्री ने राजस्व मंत्री रामलाल जाट को अधिकृत किया.
महंगे पेट्रोल-डीजल के लिए केंद्र जिम्मेदार प्रताप सिंह :मंत्रिमंडल की बैठक के बाद खाद्य मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि लोगों की आंखों की चमक बता रही है कि वह सरकार के साथ हैं. प्रताप सिंह ने कहा कि ऊपर वाला ही आशीर्वाद दे रहा है. प्रताप सिंह ने कहा कि महंगाई राहत शिविर से लोगों को राहत मिली है और ₹500 में आज सिलेंडर मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर राजस्थान में बात की जाती है, उसके लिए राज्य सरकार नहीं, बल्कि केंद्र की भाजपा सरकार जिम्मेदार है.