जयपुर. नगर निगम में 2003 से लेकर अब तक मृतक आश्रितों की नियुक्ति के मामले लंबित चल रहे थे. वहीं बुधवार को इनमें से 132 आश्रितों को निगम के कार्मिक के तौर पर नियुक्ति दी गई. बता दें कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने हवा महल पश्चिम जोन कार्यालय पर आयोजित समारोह में मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र दिया.
132 मृतक आश्रितों को दिया गया नियुक्ति पत्र साथ ही उन्होनें मंच से अपने उद्बोधन में वाल्मीकि समाज के लिए आवास, मेडिकल और ट्रांसपोर्टेशन को लेकर भी जल्द घोषणा करने की बात कही और वाल्मीकि समाज के लिए कम्युनिटी सेंटर बनाए जाने की घोषणा भी की.
पढ़ें- बदले की भावना से डीके शिवकुमार की हुई है गिरफ्तारी: मुख्यमंत्री गहलोत
इस दौरान मेयर विष्णु लाटा ने बताया कि कागजों की कमी के चलते सैकड़ों मामले पेंडिंग चल रहे थे. इनका फैसला एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग में लिया जाना था, लेकिन अवकाश के चलते मीटिंग स्थगित करनी पड़ी, बावजूद इसके मृतक आश्रितों के भविष्य की चिंता करते हुए 132 लोगों को नियुक्ति दी गई है.
साथ ही उन्होंने ये भी साफ किया कि पूर्वर्ती बीजेपी सरकार की ओर से सर्व समाज के लोगों को सफाई कर्मचारी के तौर पर नियुक्ति दी गई थी. लेकिन अब इनमें से जो कर्मचारी सफाई का काम नहीं करेगा उसे हटाया जाएगा. निगम कमिश्नर विजयपाल सिंह ने बताया कि 175 लंबित केस की विस्तृत जांच करने के बाद उपयुक्त पाए गए मामलों का निपटारा किया गया और 132 लोगों को कार्मिक नियुक्ति पत्र वितरित किये गये.
पढ़ें-टीचर्स डे स्पेशल: प्राइवेट शिक्षिका ने सरकारी स्कूल को लिया गोद, बच्चों की बदल गई तकदीर
वहीं सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि अभी भी करीब 32 फाइलें निगम में पेंडिंग चल रही हैं. इसने साथ ही कुछ और मामले भी जोन में लंबित हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति दिलाने का प्रयत्न किया जाएगा. वाल्मीकि समाज के मृतक आश्रितों को नियुक्ति पत्र समारोह में विधायक अमीन कागजी और रफीक खान भी मौजूद रहे. जिन्होंने वाल्मीकि समाज के लोगों के आवास और विकास का मुद्दा विधानसभा में उठाने की बात भी कही.