जयपुर.जेएनयू परिसर में लिखे गए ब्राह्मण-बनिया विरोधी नारों के खिलाफ राजस्थान विप्र सेना ने रविवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर अराजक तत्वों को सद्बुद्धि देने के लिए यज्ञ किया. उन्होंने जेएनयू में हुए इस वाकये को लेकर किसी बड़े खतरे का अंदेशा जताया. साथ ही इसे सिर्फ विश्वविद्यालय का मामला समझकर छोड़े नहीं जाने की बात कहते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.
दिल्ली की जेएनयू कैंपस में ब्राह्मण और बनिया समाज के खिलाफ आपत्तिजनक स्लोगन (Anti Brahmin slogans on walls of JNU) लिखने का विरोध बढ़ता जा रहा. इस घटना के विरोध में रविवार को विप्र सेना ने राजस्थान यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर सद्बुद्धि यज्ञ किया. विप्र सेना ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय विवादों का केंद्र बनता जा रहा है. विश्वविद्यालय में धर्म, जाति के नाम पर जहर उगला जा रहा है.
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विप्र सेना ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की जाए और देश विरोधी (Sadbuddhi Yagya in RU Campus) ताकतों को सबक सिखाया जाए. विप्र सेना राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश डाढिया ने कहा कि ब्राह्मण शस्त्र और शास्त्र दोनों में निपुण हैं. आज सद्बुद्धि यज्ञ के जरिए चेताना चाहते हैं. इसके बाद भी यदि इस तरह की गतिविधियों पर नकेल नहीं कसते तो फिर विप्र सेना पूरे देश में आंदोलन करेगी.
विप्र सेना के प्रदेश प्रवक्ता अखिल द्विवेदी ने कहा कि जो देश विरोधी नीतियों में अपनी भागीदारी निभाते हैं, उन्हें छात्र भी नहीं कहा जा सकता. ऐसे लोगों ने ब्राह्मण और बनिया विरोधी शब्द जेएनयू की दीवारों पर लिखे हैं. इसके विरोध में राजस्थान यूनिवर्सिटी के प्रांगण में सद्बुद्धि यज्ञ किया गया है. जिस तरह की नीति जेएनयू के छात्र अपना रहे हैं, उन्हें ये मालूम होना चाहिए कि जिस नाम से उनके विश्वविद्यालय का नाम प्रचलित है उनके नाम के आगे भी पंडित लगा हुआ था. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इन छात्रों के खिलाफ यदि राज्य सरकार कोई एक्शन नहीं लेती है तो फिर विप्र सेना जेएनयू का रुख करेगी.